पूर्व सीएम हरीश रावत के काफल पार्टी की तैयारी पूरी,काफल पार्टी का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को आगे लाना है -बिट्टू कर्नाटक
अल्मोड़ा: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की गुुरुवार को होने वाली काफल पार्टी की तैयारियां पूरी हो गई है। उनके पैतृक गांव मोहनरी में होने वाली काफल पार्टी का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बाजार दिलाना है।
गुरुवार यानी 18 मई को दोपहर एक बजे से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पैतृक गांव मोहनरी में काफल पार्टी करेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तैयारियां पूरी कर ली है। काफल पार्टी के लिए पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक दो क्विंटल काफल लेकर मोहनरी पहुंचेंगे। इसके साथ वह सिलबट्टे में पिसा हुआ पहाड़ी नमक भी तैयार करवा रहे हैं।
•स्थानीय उत्पादों को आगे लाने का किया जा रहा प्रयास
उन्होंने बताया कि पहाड़ी संस्कृति और हमारे पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समय समय पर कार्यक्रमों का आयोजन करते आ रहे हैं। कार्यक्रम उत्तराखंड के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में भी होते रहे हैं। काफल पार्टी के अलावा वह ककड़ी पार्टी, नींबू पार्टी भी करवा चुके हैं।उन्होंने कहा कि हमारे पहाड़ी उत्पादों को लगातार खत्म हो रहे हैं। इसका उत्पादन बढ़ाने और विश्व पटल पर लाने का रावत प्रयास कर रहे है।
•मुंबई में भी पहाड़ी व्यंजनों का किया जाएगा प्रसार
आज झिंगुरे की खीर, भट के डुबकों, पहाड़ी ककड़ी के रायते, मडुवे को उत्तराखंड ही नहीं बल्कि चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमांचल में भी इतना प्रसिद्ध कर दिया है। कर्नाटक ने कहा कि इसके बाद इस तरह के पहाड़ी उत्पादों की पार्टी का आयोजन मुंबई में भी किया जाएगा।उन्होंने आगे बताया कि शीघ्र ही उनके कैंप कार्यालय कर्नाटक खोला में भी काफल पार्टी होगी।