National News :भारत का लक्ष्य स्मार्ट शहरों प्रौद्योगिकीयाें मे यूएई के साथ मिलकर काम करना है: भारतीय अधिकारी

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नई दिल्ली, 11 सितंबर, 2023 (डब्ल्यूएएम) — भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के अध्यक्ष व सीईओ और डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (DIC) के एमडी व सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा कि भारत स्मार्ट शहरों और प्रौद्योगिकियों में यूएई के साथ मिलकर काम करने का इच्छुक है।

💠डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन” प्रदर्शनी के मौके पर अमीरात समाचार एजेंसी (WAM) को दिए अपने बयान में सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग के कई क्षेत्र हैं जिनमें प्रमुख रूप से स्मार्ट शहर, डिजिटल यातायात प्रणाली और स्वास्थ्य सेवा में प्रौद्योगिकी एकीकरण शामिल हैं।

💠उन्होंने कहा, “हम यूएई के साथ और अधिक काम करने के लिए उत्सुक हैं, जो खासकर ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें उसने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।” उन्होंने कहा कि यूएई ने एक अग्रणी डिजिटल सरकारी रणनीति अपनाई है, जिसे कई भारतीय शहर देखते हैं।

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💠सिंह ने आगे कहा कि ये शहर इस क्षेत्र में यूएई की कुछ प्रथाओं को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं और जानकारी साझा करने में यूएई के साथ सहयोग भी कर रहे हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत का प्रौद्योगिकी क्षेत्र देश के GDP का लगभग 10 फीसदी हिस्सा है। यह एक बड़ा क्षेत्र है।

💠सिंह ने आगे कहा कि भारत का लक्ष्य 2026 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने का है और इसकी इंटरनेट सेवाओं का मूल्य पहले से ही 300 बिलियन डॉलर है। उन्होंने पुष्टि किया कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादक बनने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में भारी निवेश कर रहा है।

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💠सिंह ने कहा कि हाल के G20 शिखर सम्मेलन में खुले मानकों पर आधारित विभिन्न तकनीकी समाधानों और पहलों पर चर्चा की गई और इन्हें किसी भी देश द्वारा अपने कानूनों और विनियमों के अनुपालन के लिए अनुकूलित और लागू किया जा सकता है, जिससे स्थानीय जरूरतों और उद्देश्यों के लिए उनका उपयोग संभव हो सके। शिखर सम्मेलन प्रौद्योगिकी, डिजिटल बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी मानवता की सेवा कैसे कर सकती है, इस पर केंद्रित है।

💠उन्होंने अंत में कहा कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत का डिजिटल बुनियादी ढांचा और मानव पूंजी महत्वपूर्ण निवेश का परिणाम है, जिसने लाखों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में काम करने में सक्षम बनाया है।