हर्षोल्लास के साथ मनाया गया माउण्टेन ड्राईविंग स्कूल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल का 12वां स्थापना दिवस

अल्मोड़ा – माउण्टेन ड्राईविंग स्कूल भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल कोसी अल्मोड़ा द्वारा 30 अप्रैल 2023 को 12वां स्थापना दिवस मनाया गया।
उत्तराखण्ड राज्य के अलमोड़ा जिले के कोसी में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्रशिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित माउण्टेन ड्राईविंग स्कूल द्वारा आज 30 अप्रैल को 12वां स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ स्थापना दिवस परेड के साथ हुआ।
माउण्टेन ड्राईविंग स्कूल के सेनानी श्री अनिल सिंह बिष्ट द्वारा सभी प्रशासनिक, प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पदाधिकारियों को इस संस्थान के 12वें स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की गई।
इसके उपरान्त सेनानी महोदय द्वारा अवगत करवाया गया कि इस संस्थान की स्थापना 30 अप्रैल 2012 को हुई थी तथा जून 2013 से इस संस्थान ने कर्नाटक खोला, अल्मोड़ा में कार्य करना शुरू किया था तत्पश्चात 20 जून 2015 को जब 35 वीं वाहिनी, भा.ति. सी. पुलिस बल को इस संस्थान से माहिडण्डा, उत्तरकाशी (उत्तराखण्ड) के लिए चक्रपरिवर्तन किया गया, तब से यह संस्थान बिमोला,कटारमल कैम्प में कार्य कर रहा है।
यह संस्थान भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के चालको एवं मैकेनिकों को कठिन भौगोलिक परिस्थितियों, खराब मौसम एवं दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में वाहन चलाने तथा वाहनों को मरम्मत करने में निपुण बनाने एवं बर्फीले क्षेत्रों में वाहन में तकनीकी खराबियों को दूर करने के लिए उच्च कोटि का प्रशिक्षण प्रदान करता है जिससे कि चालकों में ऐसे क्षेत्रों में वाहन चलाने के लिए आत्मविश्वास उत्पन्न हो सके। सेनानी, मा०ड्रा०स्कूल द्वारा यह भी अवगत करवाया गया कि इस प्रशिक्षण संस्थान द्वारा अब तक कुल 4392 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है तथा इस वर्ष अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक 1391 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है एवं यहां चलने वाले सभी कोसों में वाहनों की नई तकनीकी को भी शामिल किया गया है
यह प्रशिक्षण संस्थान चालक एवं मोटर मैकेनिक संवर्ग को प्रशिक्षित करने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल का एकमात्र संस्थान है जो लगातार प्रशिक्षण के क्षेत्र में नित नए आयाम बना रहा है एवं प्रशिक्षण गतिविधियों के अतिरिक्त यह संस्थान स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता अभियान एवं वृक्षारोपड़ गतिविधि व राष्ट्रीय एकता, अखण्डता अनेकता में एकता, योग से निरोग, आजादी का अमृतमहोत्सव आदि गतिविधियों में भी अग्रणी योगदान दे रहा है।
इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के खेल-कूद एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें बल पदाधिकारियों एवं उनके परिवार के साथ-साथ सेवानिवृत्त पदाधिकारियों एवं उनके परिवार को भी आमंत्रित कर स्थापना दिवस को बड़े हर्षोउल्लास से मनाया गया।