हमारी सुनो सरकार मुसीबत में लोग –धारचूला,के उच्च हिमालयी क्षेत्रो में जमकर बर्फबारी भारी बर्फबारी में फंसे ग्रामीण जल्द समाधन करे सरकार ग्रामीणों की सरकार से गुहार सुनिये क्या है मामला
इस वर्ष लगातार बारिश से जहाँ आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं पिथौरागढ़ जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्रो के में लगातार बर्फ बारी ने यहाँ के लोगों की समस्या को और बड़ा दिया गया है
धारचूला के ग्राम मार्छा और सीपू गाँव जो भारत तिब्बत सिमा से लगे हैं वहाँ पर लगातार वर्फबारी से यहाँ के गांवों में होने वाली फसल पूरी तरह खराब हो गयी है यहाँ के वाशिन्दों ने सरकार से गुहार लगाई है कि यहाँ उनके लिए जल्द से जल्द व्यवस्था की जाय ताकि वो धारचूला लौट सकें और उनके द्वारा लगाई गई फसल राजमा आलू जो पूरी तरह समाप्त हो गया है उसका मुवाज़ा दिया जाय
दरसल धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों के ग्रामीण 6 महीने के लिए सपने मूल गांवों में जाकर वहां पर आलू राजमा की खेती करते हैं जो उनकी आजीविका का एक बड़ा साधन है यहाँ के लोग हर वर्ष 6 महीने के लिये अपने मूल गांवों में आते हैं औऱ यहाँ फसल उगाते है
औऱ 6 महा बाद फरचुल चले जाते हैं पर इस बार समय से पहले मौसम खराबी के कारण इन लोगों का असम जनजीवन के साथ इनकी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गयी है लोगों ने बतया की ये गाँव भारत तिब्बत सीमा से लगे हैं और भारी बर्फ बारी से यहाँ के मार्ग अवरुद्ध है आई टी बी पी के कैंपो में ले रखी है शरण आम आदमी जुझ रहा है परेशानी से अभी तक किसी ने नही पूछी है कुशल अब हो गये है मजबूर
जिस कारण वो धारचूला नहीं लौट पा रहे हैं उन्होंने बताया कि मोटर मार्ग से 9 किलोमीटर दूरी उनको पैदल तय करना होता है पर भारी वर्फबारी से उनको भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि मोटर मार्ग को जल्द खोल जाय और उनकी फसल का मुवाज़ा दिया जाय