Khaber यहाँ से है–यहाँ चेतावनी लिखने के बाद भी झूला पुल का नही किया जा रहा है रास्ता बंद जर्जर हालत में भी आवाजाही
बड़े हादसे का इंतजार कर रहा सिचाई विभाग,चेतावनी लिखने के बाद भी नही किया रास्ता बंद गुजरात में झूला पुल टूटने के बाद उत्तराखंड सरकार को भी अपने झूला पुलों की याद आई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी झूला पुलो को बदलने की बात कही है
तो वही उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी सभी झूला पुलों की रिपोर्ट जल्द से जल्द मांगी है।
बता दे कि गंगनहर रुड़की में भी सालों पुराना झूला पुल है जो नीला पुल के नाम से प्रसिद्ध है विभागीय जानकारी के अनुसार 2017 में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने उत्तराखंड सिंचाई विभाग के स्थापना खंड को यह पुल सौंप दिया था जिस पर विभाग के द्वारा एक चेतावनी बोर्ड भी लिखा गया है जिस पर साफ तौर पर लिखा गया है कि यह पुल कमजोर है सुरक्षा की दृष्टि से इसका उपयोग वर्जित है
लेकिन इस पुल से अभी भी आवाजाही लगातार जारी है इस पुल से हर रोज हजारों की तादाद में लोग गुजरते हैं और अधिकतर स्कूली छात्र छात्राएं स्कूल से अपने स्कूल और फिर उसके बाद अपने घर तक का सफर पूरा करते हैं।
बड़ी बात यह है कि इस पुल पर चेतावनी लिखने के बाद भी आज तक यह रास्ता बंद नहीं हुआ है जिससे साफ जाहिर होता है कि विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है विभाग अपनी कुंभकरण नींद से जाग सके और गुजरात जैसी घटना उत्तराखंड के रुड़की में ना हो पाए
हालांकि देखना होगा कि विभाग किस तरह का निर्णय हमारी इस खबर को दिखा जाने के बाद लेता है या फिर कुंभकरण की नींद सोता रहेगा इस विषय में जब स्थापना खंड के अधिशासी अभियंता से बात करनी चाही तो वह अपने आप को बाहर होना बताने लगे जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की को इस बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही वह इस पुल का निरीक्षण करेंगे और जो दिशा निर्देश होने वह विभाग को दिए जाएंगे और पुल कमजोर है तो रास्ते को बंद कराया जाएगा।