Uttarakhand News:इस दिन बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट, अब तक इतने श्रद्धालु कर चुके दर्शन
शारदीय नवरात्र के पहले दिन विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त तय किया गया। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर 11 बजकर 45 मिनट पर बंद किए जाएंगे।
🔹श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख पार
उधर, यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद किए जाएंगे, जिसका समय विजयदशमी पर्व के दिन तय होगा।इसके बाद आगामी 6 महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखबा में कर सकेंगे।इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा में श्रद्धालुओं का नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है।इस साल अभी तक दोनों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख पार पहुंच गई है।
🔹15 नवंबर को गंगा की उत्सव डोली मुखीमठ में पहुंचेगी
बता दें कि हर साल शारदीय नवरात्र के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहित धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त निकालते हैं। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि 14 नवंबर को कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी। रात्रि निवास भैरोघाटी स्थित देवी मंदिर में होगा। इसके अगले दिन 15 नवंबर को भाईदूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखबा मुखीमठ में पहुंचेगी। जहां मां गंगा का स्वागत एक बेटी की तरह गांव के ग्रामीणों द्वारा किया जाएगा।
🔹छह महीने यहां होगी पूजा
बताया कि शीतकाल के छह माह तक मां गंगा की पूजा मुखबा स्थित गंगा मंदिर में होगी। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम की कपाटबंदी का समय विजयदशमी के पर्व पर तय किया जाएगा।
🔹दशहरा पर तय होगी बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 24 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन तिथि व मुहूर्त तय होगी। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भाई दूज के दिन बंद करने की परंपरा है।