खटीमा के जंगल में गन्ने की छिलाई करने गए मजदूर को बाघ ने बनाया निवाला,लोगो मे फैली दहशत

खटीमा। खटीमा के दाह ढाकी गांव में खेत में काम कर रहे एक मजदूर पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया। बाघ के हमले में मजदूर ने खेत में ही दम तोड़ दिया।आसपास के लोगों के चिल्लाने पर बाघ शव को छोड़कर भाग गया।
जाने पूरा मामला
उधम सिंह नगर जनपद में मानव और वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं सामने आती रहती है। ताजा मामला खटीमा से सामने आया है।जहां यूपी बॉर्डर के पास खटीमा के दाह ढाकी गांव में गन्ने के खेत में एक मजदूर काम कर रहा था। तभी अचानक एक बाघ ने मजदूर पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। सूचना पर यूपी और उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।वहीं, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए खटीमा उप जिला चिकित्सालय भेज दिया।
लाश को खेत मे छोड़ कर भाग गया था बाघ
वन विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है।नया मामला खटीमा के यूपी सीमा से लगे दाह ढाकी गांव का है। जहां खेत में गन्ना छीलने का काम कर रहे मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया। खेत में अन्य मजदूरों के चिल्लाने पर बाघ लाश को खेत में छोड़कर भाग गया।
शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है
बाघ के हमले से मजदूर की मौत की सूचना पर यूपी और उत्तराखंड के वन अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामला खटीमा का होने के कारण खटीमा वन अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की। वही, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक रमेश मंडल पुत्र जीतन मंडल, निवासी जोशी कॉलोनी की लाश का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए खटीमा उप जिला चिकित्सालय स्थित पोस्टमॉर्टम हाउस में भेज दिया।
वन क्षेत्रअधिकारी ने लोगो को जंगल अकेले न काम करने की हिदायत दी
खटीमा वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद जोशी ने बताया आज शाम को सूचना मिली कि उत्तराखंड और यूपी के बॉर्डर पर बसे खटीमा के गांव दाह ढाकी में खेत में काम कर रहे मजदूर की बाघ ने जान ले ली।वन विभाग द्वारा लगातार जंगल से सटे आबादी क्षेत्र और खेतों में काम कर रहे मजदूरों को जागरूक किया जा रहा है।उन्होंने लोगों से शाम के समय जंगल न जाने और खेतों में अकेले काम न करने की अपील की। उन्होंने कहा खटीमा के जंगलों में काफी जंगली जानवर है।यह समय जानवरों का प्रजनन काल है, जिस कारण जानवर काफी आक्रामक रहते हैं। जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की आशंका काफी बनी रहती है।
रिपोर्टर-रोशनी बिष्ट