यहाँ सड़कों की बदहाल स्थिति से ग्रामीणों को पीठ पर ले जाना पड़ रहा है मरीजों को -आप भी देखिये
धामी सरकार भले ही उत्तराखंड के अच्छा कार्य कर रही हो लेकिन अभी भी उत्तराखंड के पहाड़ों अभी भी सरकार की पहुँच से बहुत दूर है। हम ये इसलिए कह रहे है क्योंकि पहाड़ो की स्थिति बहुत ही खराब है। हम बात कर रहे है उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी की।
जहाँ आज भी आम जन को असुविधा से दो चार होना पड़ रहा है। उत्तरकाशी के मोरी विकासखण्ड के बंगाण क्षेत्र में सड़कों की बदहाल स्थिति होने से मरीजों को पीठ पर लादकर अस्पताल ले जाने का वीडियो सामने आया है जिसमे मरीज को अस्पताल ले जाने के लिये तीमारदारों को उसे पीठ पर लाद कर अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है।
2019 की आपदा के बाद इस क्षेत्र की सड़कों का बुरा हाल है कई बार क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय विधायक के अलावा सांसद व शासन – प्रशासन को इस बात से अवगत कराया गया। लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। आपको बताते चलें की मनिया पुत्र दिगडू उम्र 30 वर्ष ग्राम किरा जो की पेशे से वाहन चालक हैं।
कल बलावट गया था बलावट गांव मे सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने से ग्रामवासियों द्वारा उपचार हेतु उसे आराकोट अस्पताल ले जाना था। लेकीन मोटर मार्ग बंद होने के कारण बलावट से जागटा तक लगभग 6 किलोमीटर पीड़ित को पीठ पर उठा कर लाना पड़ा ये स्थिति उस प्रदेश की है।
जिसे राष्ट्रीय स्तर पर हाल ही में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अग्रणीय कार्यों हेतु पुरस्कृत किया गया, अब आप अंदाजा लगा सकते हैं की जमीनी हकीकत और पुरस्कारों से नवाजे जाने के क्या मायने हैं। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन सिंह चौहान ने कहा है कि कई बार उन्होंने शासन प्रशासन स्थानीय विधायक, पीएमओ सहित सीएम को इन समस्याओं से अवगत करवा दिया। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है आपदा के जख्म आज भी हरे-भरे नजर आ रहे हैं।