Health Tips:पाचन में गड़बड़ी की वजह कहीं डिहाइड्रेशन तो नहीं? जानिए आपके स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुंचाती है पानी की कमी

पानी हमारे शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है! बिना अन्न खाए हम बहुत देर तक जीवित रह सकते हैं, लेकिन जल के बिना हम बहुत ही कम समय में नष्ट हो जाएंगे, इसलिए कहा जाता है कि जल ही मनुष्य का जीवन है। हमारा शरीर लगभग 70 प्रतिशत पानी से बना है। यह न केवल आपको जीवित रखता है बल्कि आपके शरीर को सक्रिय रखने में भी मदद करता है। गर्मियों में अक्सर ऐसा होता है कि हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसे चिकित्सकीय भाषा में ‘डिहाइड्रेशन’ कहा जाता है। डिहाइड्रेशन के कारण कई समस्याएं होती हैं। शारीरिक कष्ट होने लगते हैं और समय पर पानी नहीं मिला तो जान भी जा सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं डिहाइड्रेशन के लक्षण…
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पटपड़गंज के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हेपेटोलॉजी एंड एंडोस्कोपी विभाग के सीनियर डायरेक्टर डॉ. दीपक लाहोटी ने टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल से बातचीत में बताया कि अत्यधिक गर्मी का जोखिम डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, जो बदले में आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।
डॉक्टर ने बताया कि एक आम गलतफहमी यह है कि डिहाइड्रेशन केवल पानी की कमी से होता है। हालांकि, यह दवा, कैफीन और शराब के सेवन और कई अन्य कारकों से भी हो सकता है। डिहाइड्रेशन के मामले आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को प्रभावित करने वाले अधिक गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों में बढ़ सकते हैं। डिहाइड्रेशन के आपके पाचन तंत्र पर पड़ने वाले कुछ प्रभावों में शामिल हैं; पेट के अल्सर और एसिड रिफ्लक्स: लार का कम बनना, निगलने में कठिनाई, पेट में दर्द, इस्केमिक आंत्र रोग, कब्ज, गुदा विदर आदि। इन सभी से बचने के लिए शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए।
🔹पेशाब से संबंधित लक्षण
शरीर में पानी की कमी का सबसे पहला संकेत पेशाब होता है। जब पेशाब का रंग पतला और पानी जैसा हो जाए तो आप समझ जाएं कि आपके शरीर में पानी का स्तर कम हो रहा है। लेकिन अगर उसी पेशाब का रंग हल्के पीले से बदलकर गहरा पीला हो जाए तो इसे डिहाइड्रेशन का संकेत माना जाना चाहिए। डिहाइड्रेशन के बाद पेशाब की मात्रा भी कम हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
🔹बदबूदार सांस
डिहाइड्रेशन की स्थिति में व्यक्ति का मुंह और गला सूख जाता है। चेहरे की त्वचा भी रूखी हो जाती है। इसके अलावा मुंह से दुर्गंध भी आने लगती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रूखापन मुंह में बनने वाली लार की मात्रा को कम कर देता है। इससे मुंह में बड़ी मात्रा में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जो सांसों की दुर्गंध का कारण बनते हैं। अगर ये लक्षण दिखाई दें तो भी समझ लेना चाहिए कि शरीर में पानी की कमी हो रही है और समय रहते शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए।
🔹अत्यधिक भूख और प्यास
शरीर में पानी की कमी होने पर प्यास लगना स्वाभाविक है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपको भूख क्यों लगती है? आइए इसका उत्तर जानें। इसको लेकर कई शोध हुए हैं लेकिन इसका कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है। लेकिन यह बात साबित हो चुकी है कि अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो पेट खाली रहता है और भूख बढ़ जाती है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में व्यक्ति को पानी पीने के तुरंत बाद फिर से प्यास लगती है। इस स्थिति से खुद को बचाने के लिए आपको सादा पानी पीने के बजाय नींबू पानी, जीरा या इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे एनर्जी ड्रिंक्स पीने चाहिए। इससे शरीर को तुरंत आराम मिलता है और पहले जैसी प्यास की जरूरत नहीं पड़ती।
🔹थकान और सिरदर्द
डिहाइड्रेशन का एक अन्य महत्वपूर्ण लक्षण अत्यधिक थकान है। उसे पता चलता है कि उसके शरीर में ताकत नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर को हाइड्रेट रखने वाले पानी का स्तर कम हो जाता है। थोड़े से प्रयास के बाद भी व्यक्ति तुरंत थकान महसूस करता है। इसके अलावा पानी की कमी से कई बार शरीर में लो ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो जाती है। जिसके फलस्वरूप शरीर में सिर दर्द, चक्कर आने लगते हैं। जब ये सभी लक्षण दिखाई दें तो समय पर पानी पिएं ताकि शरीर ठीक हो जाए।
🔹हृदय पर प्रभाव
कई बार डिहाइड्रेशन का सीधा असर दिल पर भी पड़ता है। इससे व्यक्ति की हृदय गति बढ़ जाती है। मन घबरा गया। मन भारी लगता है और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। शरीर में पानी की कमी से भी रक्त प्रवाह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे रक्त सभी अंगों में समय से नहीं पहुंच पाता और हृदय को पंप करते समय अधिक बल लगाना पड़ता है। इसलिए, दिल और जीवन के लिए एक बड़ा खतरा है।
डॉ. दीपक लाहोटी के मुताबिक डिहाइड्रेशन का मुख्य उपाय है लगातार पानी पीना। आमतौर पर आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए। गर्मियों में नियमित रूप से पानी, फल, फलों के रस का सेवन करना चाहिए, इससे शरीर में पानी का स्तर नियंत्रण में रहता है। गर्मियों में दिन में एक से दो बार सहला का पानी या नींबू पानी पीना चाहिए। एक गिलास पानी में चीनी, चुटकी भर नमक और ओआरएस मिलाकर पीने से डिहाइड्रेशन कम होता है। डाइट में तरबूज, अंगूर, अनार, आंवला, स्ट्रॉबेरी, खीरा, प्याज, टमाटर, पालक, मूली, गाजर शामिल करना चाहिए। अपने शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए दही या छाछ को आहार में शामिल करना चाहिए।