Haridwar News:ब्लड कैंसर ठीक करने के लिए मां ने बच्चे को गंगा में डुबोया, अंधविश्वास ने ले ली जान!

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अंधविश्वास इंसान को अंधा बना देता है। इस बात का एक और सबूत सामने आया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली का एक पाँच वर्षीय असाध्य बीमार लड़का अपने माता-पिता द्वारा “चमत्कारिक इलाज” की आशा में बार-बार गंगा में डुबाया गया।जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हो गई। घटना हरिद्वार के हर की पौड़ी का बताया जा रहा है। घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।

🔹जाने मामला 

दिल्ली में रहने वाला यह परिवार बुधवार को हर की पैड़ी (उत्तराखंड) पहुंचा। जहां बच्चे को पवित्र स्नान कराने के लिए ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि इस घटना के दौरान लड़के के माता-पिता किनारे पर मंत्रों का जाप कर रहे थें। जबकि उसकी चाची ने कथित तौर पर उसकी तेज चीख को नजरअंदाज करते हुए उसे बार-बार गंगा में डुबाया। जिससे उसका दम नहीं घुट गया और उसकी मौत नहीं हो गई।

🔹ब्लड कैंसर से पीड़ित था बच्चा

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थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे के माता-पिता और चाची को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीड़ित था। डॉक्टरों द्वारा बच्चे को देखने से इनकार करने के बाद बच्चे के माता-पिता उसे हरिद्वार ले गए। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक परिवार को दिल्ली से हरिद्वार ले जाने वाले टैक्सी ड्राइवर ने कहा कि बच्चा यात्रा की शुरुआत से ही अस्वस्थ लग रहा था। जब वे हरिद्वार पहुंचे, तो बच्चे की हालत खराब हो गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की जांच जारी है।

🔹टैक्‍सी ड्राइवर ने सुनाई पूरी कहानी

ड्राइवर कुलदीप कुमार ने बताया कि वह सुबह करीब नौ बजे परिवार को दिल्ली से अपनी टैक्सी में लेकर हरिद्वार पहुंचा था। ड्राइवर का कहना है कि जब वे लोग बालक को लेकर उसकी गाड़ी में बैठे थे, तभी से बालक बीमार दिखाई दे रहा था। उसे कंबल में लपेटा हुआ था। हरिद्वार तक उसकी तबीयत ज्यादा खराब होती दिखाई पड़ रही थी। उसके अनुसार, परिजन बालक की तबीयत ज्यादा खराब होने और गंगा स्नान कराने की और मेडिकल ट्रीटमेंट की बात टैक्सी में कर रहे थे।

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🔹अंधविश्वास में गई बच्‍चे की जान

पुलिस ने बताया कि बच्चे को ब्लड कैंसर होने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों ने उसे जवाब दे दिया था। लिहाजा, परिवार बच्चे को यहां लेकर आया था। उनको विश्वास था कि ऐसा कराने से बच्चा ठीक हो जाएगा। महिला भी बच्चे के शव को घाट पर लेकर बैठ गई थी। वह कभी हंस रही थी, तो कभी वहां मौजूद लोगों को भगा रही थी। वह यह दावा भी कर रही थी कि बच्चा अभी जिंदा होकर खड़ा हो जाएगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ. फिलहाल, पुलिस गंगाराम अस्पताल की रिपोर्ट को दिखवा रही है।

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