पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून में विपक्ष के विरोध का नेतृत्व किया,कहा सरकार अतिक्रमण तोड़ने का अभियान चला रही है जो पूरी तरह है गलत
राजधानी देहरादून के गांधी पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान उन्होंने एक घंटे का मौन रखा। वहीं पूरे मामले में हरीश रावत ने कहा कि आज मुझे सरकार की नीतियों के खिलाफ मजबूरन धरना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में जिस तरह से सरकार अतिक्रमण तोड़ने का अभियान चला रही है वह पूरी तरह से गलत है। सरकार ऐसे अतिक्रमण भी तोड़ रही है जोकि कई सालों पुराने हैं और हमारी आस्था से जुड़े हुए हैं। आज सरकार तथाकथित अतिक्रमण को हटाने के नाम पर उन लोगों को डराने और धमकाने का काम कर आतंक और भय का माहौल बनाया जा रहा है। हम चाहते हैं कि जो काफी सालों या आजादी से पहले बसे हैं उन के लिए एक पॉलिसी बनायी जाए।
साथ ही जिन लोगों को हटाया जा रहा है उन लोगों के लिए उचित स्थान भी दिया जाए। साथ ही उन्होंने बताया कि स्थिति यह है कि गर्जिया देवी, गूलरभोज मंदिर जो कि ऐतिहासिक मंदिर है उसे भी नोटिस दिया गया है। आज स्थिति यह है कि जो मजारें बहुत पहले की है जिनमें हिंदू आस्था रखता है उन्हें भी तोड़ा जा रहा है। सरकार को चाहिए कि इसका सॉल्यूशन निकाला जाए।