पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कल करेंगे मौन उपवास
#मौन_आक्रोश_उपवास
रामनगर-भतरौजखान वाया टोटाम, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ बॉर्डर एरियाज के लिए इधर बद्रीनाथ के लिए एक महत्वपूर्ण सड़क मार्ग है।
मोहान तक तो सड़क नेशनल हाईवे में होने के कारण ठीक है और मोहान से आगे भतरौजखान-रानीखेत तक यह सड़क मार्ग बहुत चिंतनीय स्थिति में है। पहले एडीबी इसे ठीक करवाया गया था। एडीबी के करार के तहत हम 2016 तक इसमें दूसरा पैसा नहीं लगा सकते थे। इसलिए मैंने तत्कालीन जो आज भी सड़क परिवहन मंत्री हैं
भारत सरकार में श्री नितिन गडकरी जी से इस मोटर मार्ग की 20-22 और मोटर मार्गो के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में सैद्धांतिक स्वीकृति करवाई थी और वह स्वीकृति राज्य सरकार के पास आई थी और राज्य सरकार से अपेक्षा की गई थी कि वो विस्तृत आगणन बनाकर के भेजें। आगणन बनाकर के भेजने तक ताकि निर्माण के लिए स्वीकृति जारी हो सके, राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया।
आज लगातार 6 वर्षों से यह सड़क उपेक्षा झेल रही है और अब तो परिवहन के लायक नहीं रह गया है। प्रायश्चित स्वरूप कहिए, आक्रोश स्वरूप कहिए मैं कल दिनांक-14 सितंबर, 2022 को 1 से 2 बजे के मध्य कुमेरिया से आगे और सौणाल से नीचे किसी स्थान पर एक घंटे का “मौन आक्रोश उपवास” रखूंगा और एक घंटे के लिए परिवहन को, बसों-ट्रकों आदि के आवागमन को बाधित करूंगा।
यह सड़क 3 विधानसभा क्षेत्रों को स्पष्ट तौर पर जोड़ती है, सल्ट, बेतालघाट व रानीखेत और उसके अलावा धुमाकोट जिसको लैंसडाउन कहा जाता है और द्वाराहाट, चौखुटिया फिर गैरसैंण, उधर अल्मोड़ा इन क्षेत्रों को मैं यहां के सभी लोगों को अपने इस निश्चय की सूचना देता हूं।
#uttarakhand
Pushkar Singh Dhami