कुमाऊँ के दर्जनों गांवों में आतंक मचाने वाला गुलदार हो गया पिजड़े में कैद

गंगीलीहट विकासखंड के 12 से अधिक गांवों में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया है। जाखनी गांव में लगाए गए पिंजरे में गुलदार फंस गया है। विभाग अब गुलदार को अल्मोड़ा भेजने की तैयारी कर रहा है।वहीं गुलदार के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है।
जाखनी गांव में बुधवार तड़के पांच बजे के करीब गुलदार पिंजरे में फंसा। प्रधान पति चंचल सिंह भंडारी उर्फ सोनू ने विभाग को इसकी सूचना दी। रेंजर मनोज सनवाल के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान टीम गुलदार को लेकर दशाईथल स्थित वनरेंज कार्यालय पहुंची। यहां से गुलदार को अल्मोड़ा भेजा जाएगा। रेंजर सनवाल का कहना है कि पिंजरे में कैद गुलदार और बच्ची पर हमला करने वाला दोनों एक ही गुलदार है।
उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अभी भी सतर्कता बरतने की अपील की है।उनका कहना है कि जंगलों में वनाग्नि और भोजन के अभाव में गुलदार आबादी तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने लोगों से रात में आवाजाही कम करने, घर के आसपास झाड़ियों को काटने को कहा है। घास काटने वाली महिलाओं से भी उन्होंने समूह में आवाजाही करने को कहा है। यहां देवेन्द्र सिंह मेहरा, त्रिलोक सिंह राणा, भरत बोरा, अखिलेश वर्मा, अजय पल्याल, शेर सिंह, पूरन सिंह, महिपाल सिंह, कमल बिष्ट आदि मौजूद रहे।
sources by social media