Chess World Cup:चेस वर्ल्ड कप के फाइनल का खिताब जीतने से चूके भारत के प्रज्ञानंद, मगर जीत लिया सबका दिल

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फिडे वर्ल्ड कप चेस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला प्रज्ञानानंद और कार्लसन के बीच खेला गया, जिसकी दोनों बाज़ी ड्रॉ पर खत्म हुईं. फाइनल में 18 वर्षीय रमेशबाबू प्रज्ञानानंद के सामने दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन थे ।

🔹दिग्गज खिलाड़ी कार्लसन ने जीता खिताब 

वहीं आर प्रज्ञानंद वर्ल्ड कप का खिताब जीतने से चूक गए हैं।फाइनल में दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने उन्हें हराकर करोड़ों भारतीयों का दिल तोड़ दिया।दुनिया के दिग्गज खिलाड़ी कार्लसन ने पहली बार खिताब जीता।

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🔹दुनिया के सबसे यंग प्लेयर प्रज्ञानानंद

प्रज्ञानंद को टाईब्रेकर में हार मिली।वो खिताब जीतने से भले ही चूक गए, मगर नंबर एक खिलाड़ी के खिलाफ वो जिस तरह से खेले, उन्होंने पूरी दुनिया का दिल जीत लिया. प्रज्ञानंद वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने वाले दुनिया के सबसे यंग प्लेयर हैं। उन्होंने खिताबी मुकाबले में कार्लसन को जबरदस्त टक्कर दी।

🔹प्रज्ञानंद ने 2024 में भी अपनी जगह पक्की कर ली

शुरुआती 2 राउंड ड्रॉ पर समाप्त होने के बाद दोनों के बीच गुरुवार को टाईब्रेकर खेला गया। जहां 25 मिनट के पहले रैपिड गेम में दुनिया ने नंबर वन खिलाड़ी ने बाजी मार ली और इसी के साथ 1-0 से बढ़त बना ली थी। इसमें 47 चाल चली गई।दूसरे गेम में भारतीय स्टार के वापसी का मौका था।इससे पहले प्रज्ञानंद ने सेमीफाइनल में टाईब्रेक में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करुआना को हराकर फाइनल में एंट्री की थी।उन्होंने कैंडिटेट्स टूर्नामेंट 2024 में भी अपनी जगह पक्की कर ली है।