Big Breking अल्मोड़ा के ताकुला थापला (सतराली )के मूल निवासी को मिला पद्मश्री पुरस्कार
अल्मोड़ा जनपद के ताकुला व्लॉक थापला (सतराली )के मूल निवासी विनायक लोहनी पुत्र श्री नंदा बल्लभ लोहनी को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है विनायक लोहनी मुलरूप से अल्मोड़ा जनपद के ताकुला व्लॉक थापला (सतराली )के मूल निवासी उनके पिता श्री नंदा बल्लभ लोहनी पूर्व आई ए एस रह चुके है जो मध्य प्रदेश में चीफ सेक्रेटरी रह चुके है
उनके पुत्र विनायक लोहनी को भारत सरकार ने सामजिक कार्यों के लिए पद्मश्री पुरस्कार दिया गया जिसको लेकर उनके गांव थापला में ख़ुशी की लहर है
विनायक लोहानी का जन्म भोपाल, मध्य प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वहीं की। उनकी पारिवारिक जड़ें उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के अल्मोड़ा जिले से हैं, और उनके परिवार का उपनाम मूल रूप से उपाध्याय था, जब तक कि कुछ पीढ़ियों पहले पूर्वज लोहमी (तब लोहानी में बदल गए) को एक उपाधि के रूप में ले गए थे। उनके पिता ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के एमपी कैडर में सेवा की । वह अपना बीटेक करने के लिए IIT खड़गपुर गएऔर उसके बाद एक साल तक इंफोसिस के लिए काम किया। 2001 में, उन्होंने एमबीए करने के लिए IIM कलकत्ता ज्वाइन किया।
श्री लोहनी की भारत सरकार के साथ वर्तमान
में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (भारत) में सर्वोच्च सलाहकार मंच, शिक्षा के केंद्रीय सलाहकार बोर्ड (सीएबीई)
वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित सामाजिक और आर्थिक कल्याण के संवर्धन के लिए राष्ट्रीय समिति में शामिल किया गया।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (भारत) द्वारा गठित चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (2014 के बाद) के गवर्निंग बोर्ड में शामिल किया गया, जो भारत के लगभग 350 शहरों में 24 घंटे की चाइल्ड हेल्पलाइन सेवाओं का प्रबंधन करता है।
भारत सरकार के ग्रामीण आजीविका फाउंडेशन (बीआरएलएफ) के सदस्य के रूप में, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ग्रामीण आजीविका के क्षेत्र में स्थायी कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वित्त पोषण और क्षमता निर्माण संस्थान के रूप में स्थापित किया गया है
उनके परिवार के एडवोकेट विनोद लोहनी,ने कहा की भारत के साथ उत्तराखंड, और विशेष थापलागाँव के लोगों के लिए एक बड़ा गर्व है इनके साथ कैलाश लोहनी, गिरीश लोहनी, चन्द्रशेखर जोशी गिरीश जोशी के साथ पूरे गाँव वालों ने ख़ुशी जाहिर की है