अल्मोड़ा:यहां आज तक नही पंहुची पक्की सड़क, मूलभूत सुविधाओं से वंचित है इस गांव के लोग
भारत की आजादी के 75 वर्षों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा गाँव गाँव में सड़क पहुचाने के अथक प्रयाशों के बाद भी आज तक सड़क से जुडने से महरूम है गाँव चिनौणा, जो अल्मोडा जिले के हवलबाग तहसील में रानीखेत से मजहब 12 किलो मिटर की दूरी पर स्थित होने के बावजूद सडक से नहीं जुड़ पाया है।
🔹चिनौणा गाँव के युवा भी शहरों की ओर पलायन कर रहें
वर्ष 2020 में लोक निमार्ण विभाग, अल्मोडा द्वारा उत्तराखण्ड सरकार को सड़क से गाँव को जोडने के लिए एक प्रस्ताव भी भेजा गया था लेकिन गाँव को कोई प्रभावी राजनेता नहीं होने के कारण धामी सरकार में उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। हालांकि स्थानीय विधायक श्रीमति रेखा आर्या, जो धामी सरकार में एक केबनट मात्री जंदा पद सम्भाल रही है, भी गाँव की भौगोलिक स्थिति के कारण अधिक ध्यान नहीं दे रही हैं इन सब के बीच पहाड़ के अन्य गाँवों की तरह ही चिनौणा गाँव के युवा भी शहरों की ओर पलायन कर रहें हैं और समपन्न लोग हल्द्वानी व अन्य जगहों में मकान बना गाँव छोड़ चुके हैं।
🔹सड़क के अभाव में गाँव जाने में असमर्थ लोग
गाँव में अब असाहय व वृद्ध लोग ही रह गये हैं जो सड़क के अभाव में अपने इलाज व अपनी अन्य जरूरतों की समान में लिए दूसरों पर निर्भर है। जंगल के नजदीक होने के कारण गाँव में जंगली जानवर भी पालतू मवेशियों को आये जाये निशाना बनाते रहते है। जो लोग गाँव से पलायन कर चुके हैं यदि वे वापस गाँव से जुडना भी चाहते हैं तो सड़क के अभाव में गाँव जाने में असमर्थ है।