Almora News:खून की कमी बोलकर गर्भवती महिला को किया रेफर ,एंबुलेंस हुई खराब

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शासन स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाने की दशा में लाख कदम उठाए जाएं, लेकिन सुधार के कोई आसार नहीं नजर आ रहे। हालत यह है कि चाहे इमरजेंसी सेवा हो अथवा ओपीडी, डाक्टरों द्वारा मरीजों के इलाज के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।

🔹आधा किमी जाने पर एंबुलेंस हुई खराब 

बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की एक और तस्वीर मंगलवार को देखने को मिली। प्रसव पीड़ा से कराह रही एक गर्भवती को अल्मोड़ा के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल बेस से 95 किमी दूर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।कारण खून की कमी और और अन्य परेशानी बताया गया। सिर्फ आधा किमी जाने पर एंबुलेंस जवाब दे गई। इसके बाद गर्भवती को फिर से बेस अस्पताल ले जाया गया जहां उसका सामान्य प्रसव हुआ। 

🔹रक्त चढ़ाने की भी जरूरत नहीं पड़ी

हवालबाग ब्लॉक के भाकड़ धामस निवासी महेंद्र सिंह की 26 वर्षीय पत्नी इंदु को परिजन सोमवार को बेस अस्पताल लाए। डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया। मंगलवार दोपहर डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया। परिजन 108 एंबुलेंस से उसे हल्द्वानी ले जाने लगे। करीब 500 मीटर ही चले थे कि राजकीय होटल मैनेजमेंट संस्थान के पास एंबुलेंस के पहिये जाम हो गए। चालक ने वाहन चलाने का काफी प्रयास किया लेकिन एंबुलेंस आगे नहीं बढ़ पाई। इसके बाद एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ा कर दिया गया। प्रसव पीड़ा बढ़ने और गर्भवती की जान को खतरे में देखकर उसे फिर से बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका सामान्य प्रसव हुआ। रक्त चढ़ाने की भी जरूरत नहीं पड़ी।

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🔹मेडिकल कॉलेज के बावजूद स्वास्थ्य सेवा बदहाल

जिला मुख्यालय में मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं सुधर नहीं पा रही हैं। मेडिकल कॉलेज होने से चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर समेत जिले के मरीजों को उम्मीद रहती है बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी लेकिन हालात सुधर नहीं रहे। 

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🔹बीमार एंबुलेंस को भी उपचार की जरूरत 

आपातकालीन 108 एंबुलेंस सेवा कब मरीजों को दगा दे जाए इसका अंदाजा मरीजों और तीमारदारों को भी नहीं होता है। आए दिन एंबुलेंस में खराबी आने से मरीजों को इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीपी भैसोड़ा का कहना है कि गर्भवती की हालत को देख कर ही उसे रेफर किया गया था। रास्ते में एंबुलेंस खराब हो गई थी। इसके बाद इमरजेंसी में प्रसव कराया गया। 108 एंबुलेंस प्रभारी मनोज पंत का कहना है कि 108 एंबुलेंस में दिक्कत आने के बाद दूसरी 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी। एंबुलेंस में आई खराबी को जल्द दूर किया जाएगा।

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