Almora News:नौलों के संरक्षण एवं संवर्धन की मुहिम में जुटे युवा पार्षदों को पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने किया सहयोग

अल्मोड़ा,
जल संरक्षण और परंपरागत जल स्रोतों के संरक्षण की दिशा में अल्मोड़ा नगर क्षेत्र के युवा पार्षदों द्वारा शुरू की गई मुहिम को निरंतर जन समर्थन मिल रहा है। हर रविवार को चलने वाले इस अभियान का नेतृत्व पार्षद अमित साह मोनू कर रहे हैं, जिसमें नगर के विभिन्न वार्डों के नौलों के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य किया जाता है।
इसी क्रम में आज कर्नाटक खोला क्षेत्र के महत्वपूर्ण नौला जो रामलीला मंच के समीप है उस पुराने नौले की सफाई का कार्य किया गया। इस अभियान में पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक भी विशेष रूप से समलित हुए। श्री कर्नाटक द्वारा पार्षदों के इस प्रयास को अत्यंत सराहनीय बताया और कहा कि जल संकट के समय इस प्रकार की जागरूकता और मेहनत समाज को नई दिशा देने वाली है,उन्होंने कहा कि आज समाज को इस प्रकार के युवाओं की आवश्यकता है जो अपनी नई सोच से समाज को कुछ देना चाहते हैं और कुछ उत्कृष्ट कार्य कर समाज में अपना योगदान दे रहे हैं।
नौला सफाई एवं जल संरक्षण/संवर्धन कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्षद अमित साह मोनू, अभिषेक जोशी, देवेंद्र कर्नाटक, रमेश जोशी, अभिषेक तिवारी, हेम पांडे, अनिल जोशी, बद्री प्रसाद कर्नाटक, जगदीश तिवारी सहित कई स्थानीय नागरिकों द्वारा श्रमदान किया। सभी ने सामूहिक रूप से नौले की गाद, काई और झाड़ियों को साफ कर जल निकासी को दुरुस्त किया।
इस अवसर पर पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि युवा पार्षदों की यह पहल प्रेरणादायक है। पुराने जल स्रोतों की उपेक्षा ने हमें जल संकट की कगार पर ला खड़ा किया है। ऐसे में ये प्रयास न केवल पानी बचाने का जरिया है, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने का कार्य भी कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि युवाओं के साथ हर संभव सहयोग किया जाएगा।
अभियान के संयोजक पार्षद अमित साह मोनू ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ नौले साफ करना नहीं है, बल्कि लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है, उन्होंने कहा कि प्रत्येक रविवार को उनकी पूरी टीम अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर श्रमदान कर रहे हैं, श्री साह ने कहा कि जब तक पानी रहेगा, जीवन रहेगा यही उनकी टीम की सोच है।
उन्होंने कहा कि जल स्रोतों का संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी है और जब तक जन सहभागिता नहीं होगी, तब तक इस समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है। पार्षद ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में भी ऐसे प्रयासों से जुड़ें और जल बचाने की संस्कृति को अपनाएं।
स्थानीय लोगों ने इस मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि पार्षदों का यह अभियान निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुरक्षित और निरंतर जल आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजनों में सहभागी बनने का संकल्प लिया गया।।