Almora News:अल्मोड़ा और बागेश्वर में स्थापित होंगे 164 क्रू सेंटर,जंगलों को आग से सुरक्षित बचाने की चुनौती
सर्दियों में जंगलों की आग ने वन विभाग को खूब परेशान किया। अब 15 फरवरी से 15 जून तक चलने वाले फायर सीजन में जंगलों को आग से सुरक्षित बचाने की चुनौती है, इसकी तैयारी में वन विभाग जुट गया है।
विभाग अल्मोड़ा के एक लाख हेक्टेयर से अधिक जंगल को वनाग्नि से सुरक्षित बचाने के लिए 135 क्रू सेंटर के अलावा एक मास्टर, दो मॉडल क्रू सेंटर स्थापित करेगा। वहीं, बागेश्वर में छह रेंज में 29 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं।
वन विभाग फायर सीजन में जंगलों को आग से सुरक्षित बचाने के लिए अल्मोड़ा में 75, रानीखेत में 30 और मोहान रेंज में 30 क्रू स्टेशन स्थापित करेगा। जिले के अयारपानी और रानीखेत में मॉडल जबकि जिला मुख्यालय में मास्टर क्रू स्टेशन स्थापित होगा। मॉडल क्रू सेंटर में रेंजर, डिप्टी रेंजर, फॉरेस्टर, और फाॅयर वॉचर समेत 10 और क्रू सेंटर में चार फायर वाॅचर तैनात रहेंगे। ऐसे में इन सभी क्रू सेंटर में तैनात 540 फॉयर वॉचर पर एक लाख हेक्टेयर से अधिक जंगल को आग से सुरक्षित बचाने की जिम्मेदारी होगी। विभाग का दावा है कि फायर सीजन में हर हाल में जंगलों को सुरक्षित बचाया जाएगा।
🔹पिछले फायर सीजन में जला था 104 हेक्टेयर जंगल
जिले में बीते फायर सीजन में जागेश्वर, कनारीछीना, बिनसर, अल्मोड़ा, सोमेश्वर, रानीखेत, द्वाराहाट, रानीखेत, मोहान, जौरासी रेंज के जंगलों में आग की कुल 74 घटनाएं सामने आई थीं, इनमें 104.65 हेक्टेयर जंगल जला। वहीं 2022 में 350 घटनाओं में 772.5 हेक्टेयर जंगल जला था। इस बार फायर सीजन से पहले पर्याप्त बारिश न होने से जंगलों में पर्याप्त नमी नहीं है।
🔹बगैर धन के लड़नी होगी लड़ाई
हालांकि वन विभाग फायर सीजन में जंगलों को आग से सुरक्षित बचाने के दावे कर रहा है। फायर सीजर शुरू होने में 10 दिन का समय शेष है, लेकिन अब तक विभाग को इसके लिए कोई बजट नहीं मिला है। ऐसे में विभाग को बगैर धन के ही दावानल से लड़ाई लड़नी होगी।