आफत : यहाँ डैम के जलभराव से भारी तबाही, जनजीवन अस्त व्यस्त, काफी नुकसान, ग्रामीण परेशान।
उत्तराखंड: विजुअल- भारत नेपाल सीमा और यूपी से लगे उत्तराखंड जनपद उधम सिंह नगर मे तहसील खटीमा के गांव सिसैया, बगुलिया, झाऊपरसा, बंधा, बलुवा, खैरानी तथा वन महोलिया आदि गांवों में शारदा सागर डेम का पानी ओवरफ्लो होकर आबादी क्षेत्र में घुसा।
घर मकान खेत खलिहान फसल रास्ते सब कुछ जलमग्न। ग्रामीण ले रहे हैं नाव का सहारा। घर से निकलना बच्चों का स्कूल जाना हुआ दूभर। शादी विवाह जैसे कार्यक्रम लटके अधर में। सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूबकर हुई बर्बाद। मगरमच्छ सांप जैसे जलीय जहरीले जीवों से और छोटे-छोटे बच्चों का पानी में डूबने का बढा खतरा
घरों में पानी घुसने से आम जनता को भारी परेशानी का करना पड़ रहा है सामना। पीड़ित ग्रामीण पहुंचे भुखमरी के कगार पर। पीड़ित ग्रामीणों ने शासन प्रशासन, मुख्यमंत्री, विधायक तथा प्रतिनिधियों से जलस्तर कम कराने तथा न्याय की लगाई गुहार।
पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि शारदा सागर डैम में अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से खेतों की फसल पानी में डूबने से बुरी तरह बर्बाद हो गई है। वहीं जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 60 वर्षों से हम लोग यहां रहकर अपने परिवार का गुजर-बसर करते हैं साथ ही एक तरफ बिजली पेयजल सीसी रोड विद्यालय आंगनवाड़ी केंद्र जैसे सरकारी सुविधाओं को मुहैया कराया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ डैम का जलस्तर बढ़ा कर और ग्रामीणों को नोटिस देकर गांव खाली करने का आदेश दिया जा रहा है। जिससे ग्रामीण और भी चिंतित और परेशान है।
वहीं पीड़ित ग्रामीण बलदेव ने बताया कि असमय जरूरत से ज्यादा पानी भर देने से हमारी सारी फसल बर्बाद हो गई है। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है आना-जाना, बच्चों का स्कूल बंद हो गया। वही जहरीले जलीय जीवो का भी खतरा बना हुआ है।
वहीं एसडीएम खटीमा रविंद्र बिष्ट ने बताया कि डैम के पानी के ओवरफ्लो होने से उत्पन्न हुई जलभराव की समस्या को लेकर यूपी सिंचाई विभाग के पीलीभीत, बरेली के एसडीओ को निर्देशित किया गया है कि मौके पर जाकर निरीक्षण कर समस्या का समाधान किया जाए ताकि ग्रामीणों का नुकसान ना हो।