दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब इस आधार पर मिलेगा दाखिला
साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) का परिणाम घोषित होने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय, मेधा सूची तैयार करने के लिए प्रत्येक विषय में मिले अंक पर आधारित सामान्य स्कोर का उपयोग करेंगे, न कि पर्सेंटाइल का.
सामान्य अवसर प्रदान करने के लिए स्कोर को सामान्य बनाया गया है, ताकि छात्रों को समान अवसर प्रदान किया जा सके. ऐसा इसलिए क्योंकि छात्रों ने अलग-अलग दिनों में और अलग-अलग पालियों में परीक्षा दी है. आईआईटी दिल्ली और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के एक पैनल द्वारा ‘इक्विपरसेंटाइल मेथड’ का इस्तेमाल करते हुए स्कोर को सामान्य बनाने का फॉर्मूला तय किया गया है.
इन कोर्सेज की हो सकती है ज्यादा डिमांड एनटीए की वरिष्ठ निदेशक (परीक्षा) साधना पाराशर के मुताबिक, अंग्रेजी- अंग्रेजी में सबसे अधिक 8,236 उम्मीदवार को 100 पर्सेंटाइल अंक मिले. राजनीति विज्ञान -इस लिहाज से राजनीति विज्ञान दूसरे नंबर पर रहा जहां ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 2,065 रही.
बिजनेस स्टडीज -1669 उम्मीदवारों के साथ बिजनेस स्टडीज तीसरे नंबर पर रहा. जीव विज्ञान, अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान -जिन विषयों में 100 पर्सेंटाइल पाने वाले उम्मीदवारों की संख्या 1,000 से अधिक रही, उनमें जीव विज्ञान, अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान शामिल हैं.
विश्वविद्यालयों द्वारा मेधा सूची तैयार की जाएगी, जो सीयूईटी-यूजी स्कोर के आधार पर अपनी काउंसलिंग के बारे में तय करेंगे.’
विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) स्नातक में 12 अभ्यर्थियों ने सभी 5 विषयों में 100 पर्सेंटाइल सामान्यीकृत अंक प्राप्त किए जबकि 104 उम्मीदवारों ने चार विषयों में इतने अंक प्राप्त किए. सीयूईटी- स्नातक के पहले संस्करण के नतीजों के अनुसार 21,159 उम्मीदवारों ने कम से कम एक विषय में 100 पर्सेंटाइल अंक हासिल किए. 12,799 छात्राओं ने एक विषय में 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है जबकि ऐसे छात्रों की संख्या 8360 रही.