यहाँ जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में हुई तोड़फोड़
राजधानी देहरादून के जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय पर राशन डीलर बायोमेट्रिक की समस्या को लेकर पहुंचे। नाराज राशन विक्रेताओं ने मौके पर समस्या का समाधान ना होने पर जमकर प्रदर्शन करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया।
इधर जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार नए राशन विक्रेताओं पर आरोप लगाया कि कार्यालय में पहुंचकर राशन विक्रेताओं ने जमकर तोड़फोड़ की , वह महिला कर्मचारियों के साथ अभद्रता की। मामले को बढ़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंची । वहीं जिला पूर्ति अधिकारी ने तोड़फोड़ करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की भी बात की है। बता देगी लंबित मांगों पर कार्रवाई ना होने से सरकारी सस्ते गल्ले के विक्रेताओं ने बड़ी तादाद में जिला पूर्ति कार्यालय को इस्तीफा सौपें। जिसके बाद डीलर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।
वही कार्यालय में हुई तोड़फोड़ को लेकर डीएसओ विपिन कुमार का कहना है कि राशन के दुकानदारों के साथ कुछ असामाजिक तत्व भी कार्यालय में आए थे और उन्होंने मुझसे बातचीत का कोई समय नहीं मांगा था यह बायोमेट्रिक को लेकर मुझसे मिलना चाहते थे लेकिन कार्यालय में पहुंचने के बाद मैंने इनसे बातचीत भी की। जब वार्तालाप हो गया तो राशन डीलर बाहर चले गए उसके बाद उन्होंने यहां हंगामा कर दिया और महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए सामान भी फेका।
इधर सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कार्यालय में हुई तोड़फोड़ से साफ इनकार किया है उन्होंने कहा कि आज सभी डीलर बायोमेट्रिक के विषय को लेकर अपने लैपटॉप अपने साथ कार्यालय लाए थे।
लेकिन बीएस उपलब्ध नहीं थे मगर जब डीएसओ आए तब हमने अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रखा। उन्होंने साफ इनकार करते हुए कहा कि डीएसओ कार्यालय में राशन डीलरों की ओर से कोई तोड़फोड़ नहीं की गई।