विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए विकास कार्यो को आगे बढाये–जिलाधिकारी

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बागेश्वर वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु जिला योजना अंतर्गत प्रस्तावित परिव्यय के संबंध में विभागवार समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए विकास कार्यो को आगे बढाने में अपनी प्राथमिकता दें।

 

उन्होंने कहा कि जिला योजना अंतर्गत प्रस्तावित योजनायें भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप बनायी जाए, योजनाएं ऐसी हो जिससे रोजगार की संभावना हो और आउटपुट अच्छा मिलें। उन्होंने कहा कि जिला योजना में संरचना के कार्यो को विशेष महत्ता प्रदान करते हुए गहन परीक्षण एवं सावधानी के साथ तैयार कियें जाएं।

 

 

जिलाधिकारी श्री कुमार ने कृषि, उद्यान, पशुपालन तथा मत्स्य आदि विभाग को इंटीग्रेटेड़ क्लस्टर एप्रोच पर कार्य करने को कहा। अवस्थापना से संबंधित विभागों को योजना प्रस्ताव तैयार करने में संकेताको के आधार पर क्षेत्रीय विषमताओं को ध्यान में रखकर करने को कहा, ताकि संतुलित विकास की अवधारणा को साकार किया जा सकें। जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग को उद्यानीकरण को बढाने, क्लस्टर आधारित बागवानी को बढावा देने के साथ ही अखरोट, सेब, लीची, आडू इत्यादि के प्राईवेट नर्सरी विकसित करने हेतु योजना बनाने को कहा।

 

 

जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग को पोल्ट्री हब के क्षेत्र में कार्य करने हेतु ऐसे गांव का चयनित करने को कहा, जहां पर 50 फीसदी से अधिक लोग इस कार्य को करने के इच्छुक हो, तथा उन्होंने इनोवेटिव प्रोजेक्ट बनाने के भी निर्देश दियें। मस्त्य विभाग को लोगो की आय बढाने के लिए अधिक से अधिक मछली तालाबों के निर्माण करते हुए क्लस्टर आधारित कार्यो को जोर देते हुए प्रस्ताव बनाने को कहा। पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए ट्रेक रूटों को विकसित करने, एडवेंचर स्पोर्ट्स, पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों को बढावा देने संबंधी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दियें। उन्होंने चिकित्सा विभाग को छोट-छोटे कार्यो की अपेक्षा बेसिक सुविधाओं से संबंधित कार्यो को प्राथमिकता देने को कहा। जिलाधिकारी ने जल संस्थान को जल के कुशल प्रबंधन एवं मितव्ययी उपयोग के साथ-साथ जल स्रोतो के जल समेट क्षेत्र में संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यो को प्राथमिकता देते हुए योजना प्रस्तावित करने को कहा।

 

 

 

उन्होंने कहा कि कार्यो के प्रस्ताव जहां आवश्यक हो, यथासंभव अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित कर समन्वित रूप से प्रस्तावित कियें जाएं, ताकि कार्यो में अधिव्याप्ति न हो। उन्होंने कहा कि जिला योजना अंतर्गत उन्हीं कार्यो के प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएं, जिससे अधिक से अधिक लोंगो को लाभान्वित किया जा सकें, एवं एक साल के भीतर पूर्ण भी हो सकें। बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुनीता टम्टा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा, जिला उद्यान अधिकरी आरके सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 आर. चन्द्रा, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अनुलेखा बिष्ट, मत्स्य अधिकारी मनोज मियाल, अधि0अभि0लोनिवि राजकुमार, संजय पांडे, जल संस्थान डीएस देवड़ी,पेयजल वीके रवि, सिंचाई योगेश काण्डपाल सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।

रिपोर्ट हिमांशु गढ़िया

 

 

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