Almora News:मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी के निर्देशानुसार विकास खण्ड मुख्यालय लमगड़ा में जल संरक्षण पखवाड़े के अन्तर्गत जन जागरूकता गोष्ठी का किया गया आयोजन

जिला विकास अधिकारी संतोष पंत ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी के निर्देशानुसार विकास खण्ड मुख्यालय लमगड़ा में जल संरक्षण पखवाड़े के अन्तर्गत जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम विकास विभाग, ग्राम पंचायत विकास, एन0आर0एल0एम0, ग्रामोत्थान/रीप परियोजना व जलागम विभाग, उद्यान विभाग व समस्त ग्रामीण क्षेत्रों से महिला समूहों के सदस्यों एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा मण्डल अध्यक्ष हरीश सिंह सिजवाली द्वारा जल संरक्षण में वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला गया व प्रति परिवार को वृक्षारोपण करने व उन्हें सुरक्षित रखने के बारे में बताया तथा जंगलों में लगने वाली आग से वनों को होने वाली क्षति व जीव की क्षति व पर्यावरण संरक्षण में हम सभी को सहयोग करना हमारा परम कर्तव्य की बात कही गयी।
हरीश सनवाल द्वारा जल संरक्षण अभियान के तहत जल उत्सव कार्यक्रम के मनाये जाने की अवश्यकता क्यों पड़ रही है इसका मुख्य उद्देश्य क्या है आदि पर प्रकाश डालते हुए सभी उपस्थित समूह सदस्यों से इस सम्बन्ध में चर्चा की गयी। इसके पश्चात शशिवर्धन अधिकारी, जलागम विभाग ने सभी को जल संरक्षण अभियान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण किस प्रकार किया जा सकता है, उनके द्वारा आज पर्यावरण संरक्षण के लिए जल का कितना अधिक महत्व है व जल को किस प्रकार बचाया जा सकता है वर्षा जल को किस प्रकार संरक्षित कर भूमि के अन्दर जल की मात्रा को किस प्रकार बढाया जा सकता है जिससे हमारे सभी धारे व नौले सूखने से बच सकते हैं व जल श्रोतों को रिचार्ज किया जा सकता है तथा वर्तमान समय में हमारे वनों में बहुत अधिक मात्रा में वन्य जीव भी विलुप्त हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण हमारे पर्यावरण असंतुलन है आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। उन्होंने भारत सरकार के माध्यम से प्ररम्भ की गयी वृक्षारोपण को बढावा देने वाली योजना एक पेड़ माँ के नाम का भी उल्लेख किया गया व वृक्षारोपण करने से अधिक महत्वपूण है वृक्षों की सुरक्षा करना व अपनी माँ के नाम से प्रति व्यक्ति को एक पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद लेने के बारे में बताया।
एग्रीकल्चर ऐक्सपर्ट जलागम विभाग, धीरज सिंह द्वारा धारे नौलों के संरक्षण हेतु किये जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी गयी व विलुप्त हो रहे धारे व नौलों को किस प्रकार बचाया जा सकता है व मेरा धारा मेरा नौला थीम के अन्तर्गत जल संरक्षण की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी उनके द्वारा ग्रीन हाउस गैसों के प्रभाव से पर्यावरण को किस प्रकार नुकसान हो रहा है आदि के बारे में बताया गया।
सहायक विकास अधिकारी उद्यान विभाग, हेम बिष्ट द्वारा वृक्षारोपण से किस प्रकार जल संरक्षण किया जा सकता है व फल पौंध रोपण से किस प्रकार दोनों लाभ लिए जा सकते हैं व पौली हाउस के माध्यम से सब्जी उत्पादन कर वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन होने से फसलों पर पड़ने वाले प्रभाव को रोकने आदि की जानकारी दी गयी व जड़ी-बूटी आदि की खेती करने आदि के बारे में बताया गया।
वरिष्ठ परियोजना अधिकारी, हिमोत्थान सोसायटी, डी0एस0 बोरा द्वारा उनकी संस्था द्वारा पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण में क्या-क्या कार्य किये जा रहे हैं व वर्तमान समय में जल स्रोतों के विलुप्त होने के करणों व कितने जल स्रोत विलुप्त हो चुके हैं व कितने जल स्रोत जीवित हैं इन सभी की जानकारी को एकत्र करने हेतु उनकी संस्था द्वारा सर्वेे का कार्य भी किया जा रहा है व उनके द्वारा कुछ गॉवों में जल स्रोतों के जीर्णोधार का भी कार्य किया गया है आदि के बारे में विस्तार से बताया गया।
खण्ड विकास अधिकारी निवेदिता खुल्वे द्वारा सभी को जल संरक्षण में सहयोग करने की अपील की गयी व अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने व नौलों, धारों को संरक्षित करने को कहा गया तथा विकासखण्ड स्तर से इस कार्य में भरपूर सहयोग करने व पर्यावरण संरक्षण हेतु सभी मिल कर प्रयास करने को कहा गया।
कार्यक्रम पश्चात सभी उपस्थित विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों व समूहों की महिलाओं द्वारा विकासखण्ड के निकट ग्राम-ठाट में अमृत सरोवर के निकट वृक्षारोण कार्य किया गया जिसमें बांज, क्वेराल, शहतूत, तुन, कांफल आदि के पौधों का रोपण किया गया। समूह सदस्यों द्वारा अपने क्षेत्र में जल श्रोतों के जीर्णोधार की मांग की व क्या-क्या समस्याऐं पूर्व की अपेक्षा वर्तमान समय में हो रही हैं इस पर सुझाव भी दिये गये। इस कार्यक्रम में समस्त विभागों के कर्मचारियों अधिकारियों व विभिन्न गॉवों की समूहों की महिलाओं सहित 110 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
जिला सूचना अधिकारी
अल्मोड़ा