Uttrakhand News:उत्तराखंड राज्य में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 8 व्यक्तियों को भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में किया आमंत्रित
उत्तराखंड राज्य में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 8 व्यक्तियों को भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. इन आठ व्यक्तियों में जंगल के दोस्त समिति के सलाहकार गजेन्द्र कुमार पाठक भी शामिल हैं सल्लारौतेला, शीतलाखेत निवासी गजेन्द्र कुमार पाठक स्वास्थ्य उपकेन्द्र सूरी में फार्मेसी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.
गजेन्द्र कुमार पाठक के गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होने पर श्रीमती रेखा आर्या, माननीय कैबिनेट मंत्री, श्री कैलाश शर्मा, पूर्व विधायक अल्मोडा , यूकोस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत, प्रो. सुनील नौटियाल, निदेशक पंडित गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयन पर्यावरण संस्थान, कटारमल, श्री दीपक सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा , डा. आर सी पंत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अल्मोडा डा. योगेश पुरोहित,डा.डी एस नबियाल ,श्री मोहन राम, वन क्षेत्राधिकारी अल्मोडा,जंगल के दोस्त समिति की अध्यक्षा श्रीमती रीमा पंत, सचिव श्री गिरीश चन्द्र शर्मा, श्री चन्दन डांगी, श्री आर डी जोशी, श्री शिव सिंह, श्री नरेंद्र सिंह, श्री गणेश पाठक, श्री कैलाश नाथ, उप वन क्षेत्राधिकारी श्री हेम चंद्र,श्री रमेश भंडारी, श्री सुंदर लाल, श्रीगौरव कुमार, श्री श्याम कुमार,कुमारी कविता मेहता,श्री रमेश लटवाल, श्रीमती सुशीला पाठक,श्री युधिष्ठिर सिंह, श्री नवीन टम्टा, श्री सुंदर लाल, श्री महेंद्र नेगी, श्री रमेश भंडारी,श्री भारत बिष्ट, श्रीमती अनिता कनवाल, श्रीमती रेनू परिहार, श्रीमती हेमा पाठक, श्रीमती चना देवी, श्रीमती इन्द्रा देवी, श्रीमती सोनिया बिष्ट,श्रीमती रोशनी फिरमाल, श्रीमती ज्योति पाठक,श्रीमती कमला जोशी, श्रीमती रेनू देवी, श्रीमती तनूजा शाह, श्रीमती प्रभा मनराल, श्रीमती दीपा देवी, श्री गोपाल सिंह, श्री रवि परिहार, श्री भूपाल सिंह परिहार, जिला पंचायत सदस्य श्री प्रताप सिंह, श्री तारा सिंह परिहार,समेत जंगल बचाओ जीवन बचाओ अभियान से जुड़े स्याहीदेवी,सल्ला रौतेला, नौला भाकङ, धामस, रौन, डाल, खरकिया, मटीला, सूरी, गङसारी, बरसीला, पडयूला, सड़का, छिपङिया, आनन्दनगर ,देवलीखान आदि गांवों की महिलाओं, युवाओं, जंगल के दोस्तों ने खुशी व्यक्त की है.