Almora News:रेडियोलॉजिस्ट की नहीं बन रही व्यवस्था, सोनोग्राफी के लिए भटक रहे मरीज
महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सेवा पटरी से उतर गई है।जिले में रेडियोलॉजिस्ट की कमी अल्ट्रासाउंड के मरीजों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। सबसे ज्यादा दिक्कतें महिलाओं को झेलनी पड़ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग महिला अस्पताल के लिए रेडियोलॉजिस्ट की नियमित तैनाती नहीं कर पाया है।
🔹महिला अस्पताल के पास अपना रेडियोलॉजिस्ट नहीं
महिलाओं को जिला अस्पताल में घंटों बारी का इंतजार करना पड़ रहा है।
वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला अस्पताल में तीन रेडियोलॉजिस्ट तैनात किए गए हैं। महिला अस्पताल के पास अपना रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। वहीं, मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल में भी रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं हो पाई है। जिला अस्पताल से एक रेडियोलॉजिस्ट को बेस अस्पताल भेजा गया है, जबकि दूसरे को 15-15 दिन के रोटेशन में महिला व रानीखेत अस्पताल में सेवा देनी पड़ रही है।
🔹निजी अस्पतालों की दौड़ लगाने को मजबूर
महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए 15 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं के आकस्मिक अल्ट्रासाउंड जिला अस्पताल के भरोसे चल रहे हैं। ऐसे में अगर जिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट अवकाश पर जाते हैं तो व्यवस्था पूरी तरह ठप हो रही है। महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए निजी अस्पतालों की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
🔹जिला अस्पताल में पड़ा अतिरिक्त भार
जिला अस्पताल में प्रतिदिन 35 से 40 मरीजों के अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं। महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं होने से मरीजों को जिला अस्पताल में शरण लेनी पड़ती है। इससे डॉक्टरों के लिए एक साथ 70-80 मरीजों के अल्ट्रासाउंड करना संभव नहीं हो पा रहा है। इसके कारण मरीजों को आगे की डेट देनी पड़ रही है।
🔹बेस अस्पताल में भी स्थिति खराब
बेस अस्पताल भी उधार के रेडियोलॉजिस्ट के भरोसे चल रहा है। अक्सर यहां रेडियोलॉजिस्ट अवकाश पर चले जाते हैं। इस दौरान यहां आपातकाल के अल्ट्रासाउंड के लिए व्यवस्था नहीं हो पाती है। इससे मरीज बेस में भर्ती होने से कतरा रहे हैं। इसके बाद भी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती को कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
🔹जिला अस्पताल में उमड़ी भीड़
मंगलवार को महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाए। इससे जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। तीमारदार नीता जोशी, कविता पांडे, हरिविनोद पंत और सावित्री देवी ने बताया कि सुबह नौ बजे से नंबर लगाने के बाद भी अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य विभाग को रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती करनी चाहिए, जिससे मरीजों के नियमित अल्ट्रासाउंड हो सकें।