Almora News:एसएसजे यूनिवर्सिटी में भिड़े छात्र गुट, पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा
एसएसजे परिसर में निदेशक की ओर से एक छात्र संगठन को ज्ञापन देते समय वीडियो बनाने की अनुमति देना परिसर प्रबंधन के लिए महंगा पड़ा। इस मुद्दे को लेकर दूसरे संगठन से जुड़े छात्र भड़क गए और निदेशक कार्यालय में जमकर हंगामा काटा।इस दौरान दोनों गुट आपस में भिड़ गए। जिस पर परिसर प्रबंधन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी।
🔹राजनीति और पक्षपात करने का आरोप
एसएसजे परिसर में निदेशक ने एक छात्र संगठन पर ज्ञापन देने संबंधित वीडियो बनाने पर रोक लगाई है। इसी बीच परिसर की समस्याओं को लेकर पहुंचे छात्र संगठन के दूसरे गुट को निदेशक ने वीडियो बनाने की अनुमति दे दी। इससे आक्रोशित पहले संगठन के छात्र निदेशक कार्यालय में पहुंचे। छात्रों ने निदेशक पर परिसर में राजनीति और पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इसी बीच छात्रों का दूसरा गुट भी वहां पहुंच गया और दोनों गुटों के बीच विवाद हो गया।
🔹किसी मरह मामले को शांत कराया
नौबत गाली-गलौज और हाथापाई तक पहुंच गई जिससे परिसर प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए। प्रबंधन ने विवाद बढ़ता देख पुलिस को मौके पर बुलाया। कोतवाल अरुण कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने किसी तरह दो घंटे की मशक्कत के बाद दोनों गुटों को खदेड़ा, तब जाकर परिसर में माहौल शांत हुआ।
🔹छात्र संघ चुनाव से पहले ही नजर आई गुटबाजी
एसएसजे परिसर में जल्द ही छात्रसंघ चुनाव होने वाले हैं। अभी चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है, लेकिन इससे पहले ही परिसर में गुटबाजी तेज हो गई है। छात्रों के गुट बनने लगे हैं। शुक्रवार को हुए हंगामे का कारण भी चुनाव को लेकर गुटबाजी बताया जा रहा है।
🔹बोले: छात्र नेता
निदेशक की अनुमति के बाद ही वीडियो बनाई गई। दूसरा गुट हमारे संगठन को जानबूझकर बदनाम कर रहा है, जो गलत है।
– नीरज जोशी, एबीवीपी।
🔹निदेशक ने हमारे संगठन पर वीडियो बनाने के लिए रोक लगाई है। दूसरे संगठन को अनुमति देना गलत है। यह सरासर पक्षपात है।
– आशीष जोशी, टाइगर ग्रुप।
🔹पूर्व में मैंने ही वीडियो बनाने पर रोक लगाई थी। बाद में छात्रों को इसकी अनुमति दी गई। यहां किसी भी छात्र के साथ पक्षपात नहीं हो रहा है। उनकी समस्या प्राथमिकता से सुनी जाएगी।
– प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट, निदेशक, एसएसजे परिसर, अल्मोड़ा।