Uttrakhand News :ट्रॉली की रस्सी टूटने से महिला की मौत, करीब 5 वर्ष से ट्राली की नहीं हुई मरम्मत

उत्तरकाशी :मोरी तहसील क्षेत्र में नदी पार करने के लिए लगाई गई ट्राली ने एक और जिंदगी लील ली। भंकवाड़ गांव में ट्राली को खींचने वाली रस्सी टूटने से ट्राली में सवार महिला टौंस नदी के किनारे पत्थरों पर जा गिरी।
महिला ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
भंकवाड़ ग्राम पंचायत के लगभग 150 परिवारों की आवाजाही के लिए यह ट्राली वर्ष 2013-14 में लोनिवि ने लगाई थी। ग्रामीणों के अनुसार करीब पांच वर्ष से ट्राली की मरम्मत नहीं हुई थी। हालांकि, लोनिवि पुरोला में तैनात अधिशासी अभियंता बलराज मिश्रा का कहना है कि उन्होंने दो माह पहले ही यहां ज्वाइन किया है।
इसलिए ट्राली के रखरखाव और संचालन के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उप जिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा ने कहा कि ट्राली की रस्सी टूटने के संबंध में लोनिवि पुरोला से जवाब मांगा जाएगा। साथ ही ट्राली की मरम्मत कराने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।
💠जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 180 किलोमीटर दूर स्थित है भंकवाड़ गांव।
मोरी-त्यूणी मोटर मार्ग से इस गांव में आवाजाही होती है। मोटर मार्ग तक पहुंचने के लिए गांव से तीन रास्ते हैं। पहला देहरादून के मैंद्रथ से 10 किलोमीटर पैदल मार्ग है। दूसरा मोरी के ठडियार गांव से आठ किलोमीटर पैदल मार्ग।
जबकि, तीसरा रास्ता भंकवाड़ गांव के पास टौंस नदी पर लगाई गई ट्राली है। इस ट्राली से नदी पार करके जाने पर गांव और मोरी-त्यूणी मोटर मार्ग के बीच की दूरी महज एक किलोमीटर है। ऐसे में भंकवाड़ सहित राजस्व ग्राम रुणसुणा, सेरी, भदोड़ा के 150 परिवार ट्राली के जरिये ही आवाजाही करते हैं।
💠महिला की हुई मौके पर ही मौत।
वर्ष 2014 से पहले ग्रामीणों ने ट्राली वाले स्थान पर तार बांध दिया था। इससे ग्रामीण झूलकर जाते थे। रविवार सुबह भंकवाड़ निवासी फातिमा बीबी (50) पत्नी अल्ली शेख ने इसी ट्राली से टौंस नदी पार की और अपनी दवा लेने त्यूणी गईं। शाम को वापस लौटने पर वह नदी पार करने के लिए फिर ट्राली में बैठीं। इस दौरान ट्राली को खींचने वाली रस्सी टूट गई। इससे ट्राली अनियंत्रित हो गई और फातिमा बीबी टौंस नदी किनारे पत्थरों पर जा गिरीं। गंभीर चोटें आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
💠ग्रामीणों ने व्यक्त किया आक्रोश
इस हादसे से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। स्थानीय निवासी मनमोहन असवाल, संजय पंवार, ज्ञान चंद, रूपलाल, रमेश पाठक, अशरफ, अयूब खान, जाफर, शरीफ, गुलाम अली आदि ने हादसे के लिए लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदार ठहराया। आरोप लगाया कि विभाग ने लंबे समय से ट्राली की मरम्मत नहीं की थी और जर्जर होने के बावजूद रस्सी को भी नहीं बदला। जिस कारण यह हादसा हुआ।