Uttrakhand News :बिजली के बिल में अब हर महीने जुड़कर आएगा फ्यूल चार्ज

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उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने लागू की नई व्यवस्था।

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग यूआरसी ने बिजली के बिल में 3 माह में जुड़ कर आने वाले फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट को समाप्त कर प्रति माह फ्यूल और पावर परचेज एडजस्टमेंट के रूप में जोड़ने की व्यवस्था लागू कर दी है।

💠हर महीने बिल में एफपीपीए के आधार पर वृद्धि कमी दर्ज की जाएगी 

केंद्र सरकार की गाइडलाइन के क्रम में ऊर्जा निगम ने फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट (एफपीपीए) को मासिक आधार पर बिजली के बिल में जोड़ने का प्रस्ताव आयोग को भेजा था जिस पर निर्णय लेते हुए इसे पास कर दिया है। अब हर माह बिल में एफपीपीए के आधार पर वृद्धि या कमी दर्ज की जाएगी हालांकि आयोग ने एफपीपीए को अधिकतम 20% तक ही बढ़ाने का प्रावधान रखा है।

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💠 1 सितंबर से बिजली बिल में इसी आधार पर चार्ज जुड़ेगा बुधवार को उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने ऊर्जा निगम के एफपीपीए प्रस्ताव पर निर्णय लिया जबकि 5 दिन पूर्व ही इस पर जनसुनवाई भी की गई थी अब तक बिजली खरीद में फुल चार्ज का प्रत्येक 3 माह में उपभोक्ताओं के बिल मैं जोड़ा जाता था।

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💠बीते दिसंबर केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में फ्यूल चार्ज के स्थान फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट की व्यवस्था की गई कई राज्यों में इसे अप्रैल में लागू कर दिया गया था हालांकि उत्तराखंड में इस पर आयोग के अनुमोदन के लिए ऊर्जा निगम ने प्रस्ताव भेजा था।

आयोग के सचिव नीरज सती ने बताया कि इस प्रस्ताव पर नियामक आयोग ने आमजन से सुझाव व आपत्तियां मांगी थी इसके बाद जनसुनवाई भी की गई केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अब इसे उत्तराखंड में लागू कर दिया गया है.