Almora News-मेडिकल कॉलेज में शो-पीस बना ब्लड बैंक भवन, रोगियों को झेलनी पड़ रही परेशानी

ख़बर शेयर करें -

अल्मोड़ा। करोड़ो की लागत से बने मेडिकल कॉलेज में बेहतर उपचार मिलने की उम्मीद में मरीज पहुंच रहे हैं लेकिन उनकी यह उम्मीद अंजाम तक नहीं पहुंच रही। मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक भवन भी है और उसमें उपकरण भी हैं पर ब्लड बैंक संचालित न होने से यहां जरूरतमंदों को खून नहीं मिल रहा है और वे इसके लिए भटक रहे हैं।कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से बीते चार माह में 247 लोगों को रक्त उपलब्ध कराया गया, तब जाकर उनकी जान बच सकी।

🔹खून के लिए जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ रही 

मेडिकल कॉलेज का संचालन दो साल पूर्व शुरू हुआ। करीब एक साल पूर्व यहां करोड़ो से ब्लड बैंक का भवन तैयार किया और मशीनें खरीदी गईं। लेकिन अब तक ब्लड बैंक संचालित नहीं हो सका है जिसकी मार यहां पहुंचे जरूरतमंद सह रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज खून के लिए जिला अस्पताल पर निर्भर हैं। बीते चार माह में जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज को 247 यूनिट रक्त की आपूर्ति हुई है और यह सिलसिला अब भी जारी है। मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल में मरीजों को भर्ती तो किया जा रहा है मगर उन्हें खून के लिए जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ रही है। इसके संचालन के लिए जरूरी प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की तैनाती नहीं हो सकी है। बावजूद इसके स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बेहतरी के साथ ही जल्द मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक संचालित करने के दावे किए जा रहे हैं। 

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:बदरीनाथ धाम में हो रही है कड़की की ठंड तापमान शून्य से नीचे पहुंचा, जमने लगे नाले और झरने

🔹मासूम की जान बचाने के लिए हल्द्वानी से मंगाना पड़ा खून

बेस अस्पताल में भर्ती सोमेश्वर के डेढ़ माह के एक मासूम को खून नहीं मिला। परिजनों को बच्चे की जान बचाने के लिए खून के लिए हल्द्वानी की दौड़ लगानी पड़ी। टैक्सी बुक कर हल्द्वानी से खून का इंतजाम कर बेस अस्पताल पहुंचे। तब जाकर मासूम की जान बचाई जा सकी।