Uttrakhand Festival:पारम्परिक वेशभूषा में महिलाएं मनाएंगी उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला 17 जुलाई को मनाया जाएगा। शहर में पर्वतीय महापरिषद की ओर से बड़े पैमाने पर धूमधाम से इसका आयोजन किया जाएगा। इसमें करीब सवा सौ महिलाएं एक ही तरह की पर्वतीय वेशभूषा में अपनी जबरदस्त प्रस्तुतियां देंगी।

🔹हरेला की प्रथम स्थान पाने वाली टोकरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को की जाएगी भेंट

पर्वतीय समाज के लोग सावन माह में पड़ने वाले इस पर्व को हरियाली का प्रतीक मानते हैं। पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी ने बताया कि इस बार 17 को पर्व धूमधाम से मनाने की तैयारी है। गोमती नगर विस्तार में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास पर्वतीय महापरिषद के कार्यालय पर कार्यक्रम में सवा सौ महिलाएं पर्व में हिस्सा लेंगी। हरेला प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली महिलाओं को शिव पार्वती सम्मान, श्रेष्ठ परिधान सम्मान से नवाजा जाएगा। सभी महिलाएं गढ़वाली, जौहरी व कुमाऊंनी के परंपरागत परिधान पहनकर पर्वतीय संस्कृति को दर्शाएंगी। नृत्य संगीत के बीच कई आयोजन होंगे। कार्यक्रम में शहर में रह रहे पर्वतीय समाज के सैकड़ों लोग शिरकत करेंगे। इस मौके पर हरेला की सबसे अच्छी और प्रथम स्थान पाने वाली टोकरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट की जाएगी।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित संस्कृत प्रतियोगिताओं का राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रानीखेत में भव्य आयोजन सम्पन्न

🔹शिव पार्वती के विवाह के रूप में भी इस त्यौहार को मनाते है 

गणेश जोशी ने बताया कि उत्तराखंड के इस विशेष त्योहार में मान्यता है कि 10 दिन पहले हरेला (पांच से सात प्रकार के अनाज) को बोया जाता है। हरेला को घरों में ही लगाया जाता है। त्योहार के दिन इन्हें काटा जाता है। हरेला जितना बड़ा होगा, किसान को उसकी फसल में उतना ही अधिक लाभ होगा। हरेला पर्व में शिव परिवार की पूजा अर्चना की जाती है। शिव पार्वती के विवाह के रूप में भी इसे मनाते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Almora News:रिद्धिम म्यूजिक क्लास के विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया शानदार रंगारंग कार्यक्रम