उत्तराखंड में मौसम के पलटी मारते ही लोगों की बड़ी मुश्किलें यहाँ मलुवे में दबे ड्राइवर और जेसीबी

उत्तराखंड में मौसम के पलटी मारते ही लोगों की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई है. प्रदेश में कई जगहों पर पहाड़ों से मलबा और पेड़ गिरने के कारण हाईवे जाम हो गया. मौसम विभाग ने कल भी प्रदेश में आंधी-तूफान और तेज बारिश की आशंका जताई है.
उत्तराखंड में मंगलवार 13 जून को आए आंधी-तूफान ने पहाड़ में जमकर तबाई मचाई है. एक तरफ जहां अल्मोड़ा जिले में शाम को तेज बरसात और आंधी में विशालकाय पेड़ गिरने से सोमेश्वर-कौसानी हाईवे बंद हो गया तो वहीं चमोली जिले के गैरसैंण में मलबे की चपेट में जेसीबी आ गई. जेसीबी के ड्राइवर समेत दो मलबे के नीचे दब गए, जिनका रेस्क्यू करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है.
जेसीबी के मलबे में दबने का मामला चमोली जिले के गैरसैंण क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक शाम को आदिबदरी तहसील क्षेत्र में बेड़ी तल्ली मोटर मार्ग पर अचानक जेसीबी के ऊपर मलबा गिर गया,
जिसके नीचे जेसीबी का ड्राइवर और एक अन्य व्यक्ति आ गया. मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों को मलबे से बाहर निकालने के लिए पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.13 जून शाम को आंधी-तूफान में सोमेश्वर कौसानी हाईवे पर विशालकाय पेड़ गिर गया.
इस दौरान सड़क किनारे खड़ा ट्रैवलर वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. पेड़ गिरने से हाईवे पर लंबा जाम लगा गया. वाहन चालक और स्थानीय लोग पेड़ को काटने में जुटे हुए हैं. बीच सड़क में पेड़ गिरने से कौसानी, गरुड़, ग्वालदम, बागेश्वर, सोमेश्वर, रानीखेत, अल्मोड़ा और हल्द्वानी जाने वाले लोग बीच रास्ते में फंसे हुए है.वहीं, मौसम विभाग की माने तो 14 जून को प्रदेश के कई इलाकों में रेन थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी देखने को मिलेगी.
साथ ही मैदानी जिलों में भी कहीं-कहीं पर तेज हवाओं के साथ स्ट्रांग सरफेस विंड (तेज सतही हवा) भी देखने को मिलेगी. ऐसे में पेड़ गिरने या कच्चे मकानों को नुकसान हो सकता है. साथ ही कई जगहों पर बादल गरजने के साथ ही आंधी तूफान और बिजली चमकने की भी आशंका है.
sources by social media