नैनीताल में फिर बड़ा आवारा कुत्तों का आतंक, लोग परेशान

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Nainital News: सरोवर नगरी में एक बार फिर आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। पिछले एक सप्ताह में 45 लोगों को आवारा कुत्तों ने जख्मी किया है।पर्यटन सीजन से पहले बढ़े इस आतंक ने नगरपालिका व प्रशासन की चिंता बढ़ा दी हैविशेषकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। हाईकोर्ट ने भी नैनीताल में आवारा कुत्तों के आतंक का संज्ञान लेते हुए नगरपालिका को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

45 लोग आवारा कुत्तों के काटने का हुए शिकार

शहर में बीते कुछ वर्षो में आवारा कुत्तों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पालिका की ओर से बधियाकरण के बावजूद इनकी संख्या बढ़ रही है। इधर मौसम में बदलाव आने के बाद सड़कों, गलियों और आम रास्तों पर अड्डा जमाए इन कुत्तों के व्यवहार में भी बदलाव हो रहा है। जिस कारण राहगीरों के लिए भी यह परेशानी का सबब बन चुके है।बीते एक सप्ताह में 45 लोग आवारा कुत्तों के काटने का शिकार हुए है। अब पर्यटन सीजन भी शुरू होने को है। ऐसे में इन कुत्तों पर लगाम लगाना भी चुनौती साबित हो रहा है।

17 कुत्तों को खूंखार किया घोषित

आवारा कुत्तों के लोगों को काटने का संज्ञान हाई कोर्ट भी ले चुका है। कोर्ट की सख्ती के बाद नगर पालिका ने पशु पालन विभाग के साथ मिलकर शहर में सर्वे किया था। लोगों से पूछताछ व क्षेत्र में मौजूद कुत्तों के व्यवहार के आधार पर 17 कुत्तों को खूंखार घोषित किया गया है।

संख्या इतनी अधिक कि मुश्किल है प्रबंधन

आवारा कुत्तों पर लगाम लगाना पालिका व प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वर्तमान में पालिका रिकार्ड के मुताबिक शहर में 713 आवारा कुत्ते रिकार्ड किये गए है। इतनी अधिक संख्या होने के कारण इन कुत्तों का शहर के बाहर बाड़ा बनाकर पालन पोषण बेहद मुश्किल है।

बाड़ा तैयार करने के लिए स्थान के साथ ही इनके रखरखाव का हर माह लाखों का खर्च आएगा। जिससे समस्या अधिक बनी हुई है। ईओ आलोक उनियाल के अनुसार आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पालिका की ओर से हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में कार्रवाई की जा रही है।

सरोवर नगरी में कुत्तों के आतंक से हुई थी दो की मौत, हजारों जख्मी

सरोवर नगरी में दशकों से आवारा कुत्तों, बंदर व लंगूरों का आतंक व्याप्त है। सालों पहले हल्द्वानी रोड में दिल्ली की पर्यटक
बच्ची के पीछे कुत्ता पड़ गया था, जिससे वह सड़क के नीचे गंभीर रूप से घायल हो गई थी। दिल्ली में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

तल्लीताल में ही एक स्थानीय बच्ची की कुत्ते के आतंक से छत से गिरकर मौत हो गई थी जबकि शेरवानी इलाके में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी। शहर के सात नंबर सहित मल्लीताल बीडी पांडेय अस्पताल के समीप की सड़क, माल रोड सहित हर मोहल्ले में आवारा कुत्तों के अड्डे हैं।

रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट

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