Agniveer Recruitment:साइकिल रैली से अग्निवीर भर्ती के लिए युवाओं को जागरूक करने निकले वायु सेना के वीर जवान , सेना से जुड़ने का दिया संदेश

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बागेश्वर:अग्निवीर भर्ती का संदेश देने के लिए वायु सेना का दल भ्रमण पर निकला है. बागेश्वर पहुंचे दल ने युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही वायु सेना के दल ने स्वच्छता, सड़क सुरक्षा और फिटनेस के मंत्र भी दिए ।

जन जागरूकता और युवाओं को सेना से जुड़ने का दिया संदेश

भारतीय वायु सेना का अट्ठारह सदस्यीय दल दिल्ली से उत्तराखंड की साइकिल रैली में निकला है. यह दल रैली के माध्यम से जगह-जगह जन जागरूकता के साथ ही युवाओं को अग्निवीर में भर्ती हो सेना से जुड़ने का संदेश दे रहा है. यह दल पन्द्रह दिनों में 1546 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय करेगा.

भारतीय वायु सेना के तत्वावधान में दिल्ली से उत्तराखंड के गढ़वाल-कुमाऊं में निकली साइकिल रैली के माध्यम से वायु सैनिकों और अधिकारी वर्ग द्वारा समाज और लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने, साफ-सफाई रखने, रोड सेफ्टी तथा शारीरिक रूप से फिट रहने का संदेश दिया जा रहा है. वायु वीरों ने कहा कि देश के सैनिकों के कारण ही हम आज अपने घर पर सुरक्षित हैं।

बागेश्वर पहुंचा वायु सेना का दल

साइकिल रैली में जगह-जगह युवाओं को बताया गया कि भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर जवानों की भर्ती प्रक्रिया अब बदल दी गई है. पुरानी चयन प्रक्रिया को बदलते हुए सेना ने अग्निवीर भर्ती के तहत भर्ती होने वाले उम्मीदवारों के लिए पहले ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस रखा है. इस एंट्रेंस टेस्ट में सफल उम्मीदवारों का फिजिकल और मेडिकल टेस्ट लिया जाएगा. उन्होंने युवाओं को अग्निवीर में भर्ती हो सेना से जुड़ने का संदेश दिया ।

वायु सेना का दल साइकिल रैली पर निकला

एक मार्च को दिल्ली से शुरू हुई साइकिल रैली, सरसावा, रायवाला, श्रीनगर, कर्णप्रयाग होते हुए बागेश्वर पहुंची. अब यह दल बागेश्वर से थल, मुन्स्यारी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रानीखेत, मरचूला, रिखनीखाल, कोटद्वार, मेरठ होते हुए 18 मार्च को दिल्ली में अपनी यात्रा समाप्त करेगा. साइकिल रैली में लीडर विंग कमांडर सम्राट, डिप्टी लीडर विंंग कमांडर विनोद, स्क्वाड्रन लीडर सुप्रिया समेत 16 जवान शामिल हैं।

दल का प्रोग्राम:
दिल्ली से सरसावा- 200किमी
सरसावा से रायवाला- 119 किमी
रायवाला से श्रीनगर- 119 किमी
श्रीनगर से कर्णप्रयाग- 65 किमी
कर्णप्रयाग से बागेश्वर- 101 किमी
बागेश्वर से थल- 72 किमी
थल से मुन्स्यारी- 72 किमी
मुन्स्यारी से पिथौरागढ़- 128 किमी
पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा- 115 किमी
अल्मोड़ा से रानीखेत- 46 किमी
रानीखेत से मरचूला- 78 किमी
मरचूला से रिखनीखाल- 74 किमी
रिखनीखाल से कोटद्वार- 83किमी
कोटद्वार से मेरठ- 171 किमी
मेरठ से दिल्ली- 95 किमी

रिपोर्टर – रोशनी बिष्ट 

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