Breking –डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षामित्रों की उम्मीद स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री करँगे स्थाई नियुक्ति की घोषणा
डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षामित्र संघ कई वर्षों से अपनी लंबित मांगो को लेकर शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहा है, डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षामित्रों का कहना है कि वे कई वर्षों से दुर्गम अतिदुर्गम राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत हैं।
डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षामित्रों का कहना है कि औपबंधिक शिक्षा मित्रों के समान वेतन और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर स्थाई नियुक्ति दी जाए। गौरतलब है 9 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस है ऐसे में डीएलएड शिक्षा मित्रों को प्रदेश के मुख्या पुष्कर सिंह धामी से उम्मीद है कि सीएम स्थापना दिवस के मौके पर समान कार्य सामना वेतन और स्थाई नियुक्ति की घोषणा करेंगे,
राजधानी देहरादून पहुंचे डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षामित्रों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हुई है जिसमें सीएम ने आश्वासन दिया है की उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, गौरतलब है कि उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए शिक्षामित्रों का विशेष योगदान रहा है,
फिर चाहे वो ठेठ पहाड़ी गांव हो या फिर मैदानी जहां सरकार ने शिक्षामित्रों की नियुक्ति से शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का काम किया है । बता दें कि राज्य में 466 शिक्षा मित्र है जो हर एक जनपद में कार्यरत हैं। संगठन के अध्यक्ष गिरीश चंद्र भट्ट का कहना है कि वह पिछले 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दुर्गम अतिदुर्लभ में दे रहे हैं, बावजूद इसके की सरकार वेतन मान नहीं बढ़ा रही है।