कुमाऊँ में जब गाँव के बीचों बीच मकान में गुलदार के तीन शावक मिलने से मची खलिबली
बागेश्वर जनपद में गरुड़ ब्लॉक तहसील के सिरकोट गांव में मादा गुलदार ने गाँव के पास एक टूटे फूटे पुराने घर तीन शावकों को जन्म दिया है। ग्रामीणों को पता तबचला जब गुलदार बच्चों की आवाजें आई।
दरअसल मादा गुलदार ने सिरकोट गांव के ही एक ऐसे मकान में शावकों को जन्म दिया है मकान कुछ सालो से खाली टूटा हुआ था। टूटे मकान में इंसानी चहलकदमी नहीं होने के कारण गुलदार ने गौशाले को सुरक्षित स्थान बना लिया। इधर ग्रामीणों ने बताया कि बीते कई दिनों से क्षेत्र में गुलदार की चहलदकमी के कारण गांव में दहशत बनीं हुई थी। इस बीच मादा गुलदार के तीन शावकों को जन्म देने से ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है।
माना जा रहा है कि गुलदार अब कुछ महीनों तक गांव में ही रहेगी। इधर ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारियों के मौके पहुँचने से पहले मादा गुलदार तीन में से दो शावकों को उठाकर अपने साथ ले गई है जबकि एक शावक अभी भी पुराने घर में बरकरार है। घर के आस पास सीसीटीवी कैमरे लगाकर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि वह गुलदार के शावकों के साथ छेड़ छाड़ न करें अन्यथा मादा गुलदार हिंसक हो सकती है। फ़िलहाल वन विभाग की टीम लगातार नज़र बनाये हुए है।
रिपोर्टर हिमांशु गढ़िया