Uttrakhand News :केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने उत्तराखंड के लिए किया बड़ा ऐलान,भूस्खलन और बादल फटने की वजह से होने वाली आपदा में वित्तीय सहायता देने का ऐलान
मोदी 3.0 (Modi 3.0) के पहले बजट 2004 को पेश करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाषण के दौरान उत्तराखंड के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। दैवीय आपदा के लिहाज से अति संवेदनशीन उत्तराखंड को आपदा से निपटने के लिए आर्थिंक मदद की जाएगी।
भूस्खलन और बादल फटने की वजह से होने वाली आपदा में वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि आपदा के समय राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के साथ ही लोगों की जान भी आसानी से बचाई जा सकेगी।
मॉनसून सीजन में उत्तराखंड में आपदा एक बहुत बड़ी चुनौती बन जाता है। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भूस्खलन, सड़कों के धंसने से लेकर पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर गिरने से यात्श्रा अवरुद्ध हो जाता है। इसक अलावा, बादल फटने की वजह से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद लोगों की रातों की नींद उड़ जाती है।
सड़कों के बंद होने की वजह से यात्री अकसर यात्रा रूट पर फंस जाते हैं। विदित हो कि पिछले दिनों बदरीनाथ हाईवे पर पहाड़ी से बोल्डर गिरने के बाद बदरीनाथ हाईवे तीन दिन के लिए बंद हो गया था, जिससे यात्रियों को काफी परेशनी का सामना करना पड़ा था। 2013 की केदारनाथ आपदा में उत्तराखंड को भारी नुकसान हुआ था।
💠बारिश के बाद मंदाकिनी नदी में समाई सड़क
मंदाकिनी नदी का प्रवाह तीसरे दिन क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद तेज हो गया है। इससे भौराबगड़ में चार घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क का एक हिस्सा नदी में समा गया है। साथ ही सड़क पर बने मोटर पुल का एंबेंटमेंट भी खतरे की जद में आ गया है।
बीआरओ हांलाकि सुरक्षा कार्य के लिए जुटा हुआ है। भारी बारिश के बाद यहां देवीबगड़ में चार मकान खतरे की जद में आ गए हैं। देवीबगड़ में एक घर का स्नानगृह मंदाकिनी नदी में समा गया और मदकोट में चार परिवारों ने घर छोड़ दिया है।
लगातार बारिश के कारण भौराबगड़ में मंदाकनी नदी ने कटाव शुरू कर दिया है। इस कारण भौराबागड़ और मंदाकिनी नदी पर जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर पुल को खतरा पैदा हो गया है। बीआरओ सुरक्षा दीवार बना रहा है। शासन की तरफ से मदकोट स्कूल को अस्थाई आपदा शिविर बनाया गया है । कानूनगो भुवन लाल वर्मा ने बताया की प्रशासन की टीम आपदा प्रभावितों की हर संभव सहायता कर रही है।