Uttrakhand News :उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय विश्वविद्यालय परिसरों में राज्य सरकार ने 11 से 14 सितम्बर तक एक बार फिर खोला समर्थ पोर्टल

0
ख़बर शेयर करें -

13 सितम्बर तक होंगे ऑनलाइन एडमिशन, 14 को शुल्क जमा

देहरादून,उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय विश्वविद्यालय परिसरों एवं सम्बद्ध निजी व सरकारी महाविद्यालयों में प्रवेश से वंचित रह गये छात्र-छात्राओं को एडमिशन के लिये एक और मौका मिलेगा।

राज्य सरकार ने 11 से 14 सितम्बर तक एक बार फिर समर्थ पोर्टल को खोलने का निर्णय लिया है। अभी तक प्रवेश लेने से वंचित रह गये छात्र-छात्राएं समर्थ पोर्टल पर ऑनलाइन प्रवेश ले सकेंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश से कोई भी छात्र-छात्राएं वंचित न रह जाय, इसके लिये विभाग ने एक बार फिर से समर्थ पोर्टल खोलने का निर्णय लिया है। जिसके तहत प्रवेश से वंचित छात्र-छात्राएं 13 सितम्बर तक राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन प्रवेश ले सकेंगे तथा 14 सितम्बर तक प्रवेश शुल्क जमा कर सकेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News :राज्य के छह नगरों में आने वाले दिनों में पेयजल की नहीं रहेगी किल्लत,95 करोड़ से पेयजल की समस्या होगी दूर

उन्होंने बताया कि अभी तक राज्य के कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय टिहरी तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा से सम्बद्ध शिक्षण संस्थानों में स्नातक एवं परास्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश हेतु 122458 छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं तथा 73637 ने प्रवेश ले लिया है। जिसमें स्नातक स्तर पर पंजीकरण कराने वाले छात्रों की कुल संख्या 94567 है तथा परास्नातक स्तर पर 27891 छात्रों ने पंजीकरण कराया है। जबकि स्नातक स्तर पर 60862 तथा परास्नातक स्तर पर 12775 छात्र-छात्राएं प्रवेश ले चुके हैं। जिसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय के अंतर्गत स्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिये 21722, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय 27925 तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 11215 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया। इसी प्रकार परास्नातक स्तर पर कुमांऊं विश्वविद्यालय में 4695, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय 5389 तथा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में 2691 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया। डॉ रावत ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा सूबे के प्रत्येक छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षित बनाना है जिसके लिये सरकार हर संभव प्रयास में जुटी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *