Uttrakhand News:संग्रहालय में तब्दील होगा चम्पावत का ऐतिहासिक राजबुंगा किला
चंपावत का ऐतिहासिक राजबुंगा किला संग्रहालय में तब्दील होगा। इसके लिए कंसलटेंट एजेंसी तय कर ली गई है। संग्रहालय में ऐतिहासिक महत्व की धरोहरों का संरक्षण किया जाएगा। इसके अलावा कैफेट एरिया समेत तमाम अन्य कार्य किए जाएंगे।
🔹संग्रहालय में ऐतिहासिक महत्व की धरोहरों को जाएगा रखा
चम्पावत के राजबुंगा किले को संग्रहालय बनाने की पहल शुरू की गई है। सूर्यदर्शन योजना के तहत किले को संग्रहालय में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए कंसलटेंट एजेंसी तय कर दी गई है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़ ने बताया कि योजना को मूर्त रूप देने के लिए अमेरिका की डेलाइट और कनाडा की आईबीआई कंपनी कंसलटेंट कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि कंसलटेंट कंपनी योजना की डीपीआर तैयार करेगी। इसके लिए दोनों कंपनी को पांच करोड़ रुपये दिए जाएंगे। 70 करोड़ रुपये से बनने वाली योजना के पहले चरण में 28 नाली जमीन में फैले राजबुंगा किले को संग्रहालय बनाया जाएगा। संग्रहालय में ऐतिहासिक महत्व की धरोहरों को रखा जाएगा। साथ ही कैफेट एरिया का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा किले से लगे नागनाथ मंदिर को विकसित किया जाएगा। चंडालकोट-एकहथिया नौला ट्रेक रूट बनाया जाएगा। योजना की डीपीआर तैयार करने के बाद केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेजी जाएगी।
🔹किले में वर्तमान में चल रहे तहसील और एसडीएम कार्यालय को अंयन्त्र किया जाएगा शिफ्ट
चम्पावत राजबुंगा किले का निर्माण 13वीं सदी में चंद शासकों ने कराया था। वर्तमान में किले में तहसील, एसडीएम, आबकारी और उप निबंधक कार्यालय संचालित हो रहे हैं। काम शुरू होने से पहले इन सभी कार्यालयों को अंयन्त्र शिफ्ट किया जाएगा। तहसील निर्माण के लिए प्रशासन ने ब्लॉक कार्यालय के पास समेत कुछ अन्य स्थानों पर जमीन की पैमाइश की है।
🔹केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेजी जाएगी डीपीआर
नरेंद्र सिंह भंडारी, डीएम, चम्पावत ने बताया कि चम्पावत के ऐतिहासिक राजबूंगा किले को संग्रहालय बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। संग्रहालय बनाने को कंसलटेंट एजेंसी का चयन कर लिया गया है। डीपीआर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को भेजी जाएगी