Uttrakhand News :कुमाऊं में भी जल्द पैकेट में बिकेगा पहाड़ी बकरों का मीट,मीट को लोग बकरा एप से ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे

0
ख़बर शेयर करें -

देहरादून की तरह ही कुमाऊं में भी जल्द लोगों को बकरा ब्रांड से हिमालयन फ्रोजन गोट मीट मिल सकेगा। मीट को लोग बकरा एप से ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे।

साथ ही मीट आन व्हील्स के माध्यम से लोगों को बकरे का बोनलेस, लेग्स, करी आदि व्यंजन भी खाने को मिलेंगे।

इसके लिए कुमाऊं मंडल के छह जिलों में पशुपालन विभाग ने एक-एक गोट वैली स्थापित की है, जहां 10,744 पशु बिकने के लिए तैयार हो चुके हैं। पूरे कुमाऊं में गोट वैली योजना से 609 लाभार्थी लाभान्वित किए गए हैं।

💠200 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीदेगा बकरे व बकरियां

उत्तराखंड सीप एंड गोट कोआपरेटिव फेडरेशन (यूएसजीसीएफ) इन पशुपालकों से 200 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बकरे व बकरियां खरीदेगा, जिसके बाद वह इनका कच्चा मांस बकरा ब्रांड के नाम से पैकेट तैयार कर बेचेगा।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता संशोधन लाने की तैयारी,विवाह पंजीकरण की अवधि बढ़ाने पर विचार

उत्तराखंड कोआपरेटिव डेवलेपमेंट प्रोग्राम वेबसाइट के मुताबिक, बकरा एप से अब तक 7863 लोगों ने मीट ऑर्डर किया है। यही नहीं 2763 ग्राहकों ने बकरा शाप में आकर मीट खरीदा है। अब तक करीब 15502.1 किलोग्राम मीट की बिक्री भी हो चुकी है जिससे फेडरेशन को अब तक करोड़ों रुपये की आय हो चुकी है।

💠दिल्ली-एनसीआर के सुपरमार्केट से हुआ करार

हिमालयन गोट मीट और फ्रेश बार्गेन (मांस विक्रेता कंपनी) के बीच दिल्ली एनसीआर के सुपरमार्केट के माध्यम से इनकी बिक्री के लिए समझौता भी हो चुका है। यही नहीं बकरा-द हिमालयन गोट मीट ने देहरादून शहर में चार आउटलेट खोले हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:चार अगस्त से 11 अगस्त तक चलेगी उत्तराखंड बोर्ड की सुधार परीक्षा,19,106 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा

ई-कामर्स प्लेटफार्म से हिमालयन बकरी के मांस को बेचने के लिए बकरा ब्रांड बनाया गया है। इसके माध्यम से ग्राहकों को 90 मिनट के भीतर मशीन से काटा जाएगा। स्वच्छतापूर्वक पैक किया गया बकरा मांस घर तक पहुंचाया जाएगा।

गोट वैली में पाले गए बकरे व बकरियों को यूएसजीसीएफ के बकरा ब्रांड से बेचा जाएगा। इसकी शुरुआत देहरादून जिले से हो चुकी है। जल्द ही कुमाऊं में भी इसकी शुरुआत की जाएगी।

– उदय शंकर, अपर निदेशक, पशुपालन विभाग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *