Uttrakhand News :यहा मां के साथ ननिहाल आए छह वर्षीय बालक को आंगन से उठा कर ले गया तेंदुआ
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के लैंसडाउन क्षेत्र में एक आदमखोर तेंदुए ने एक बालक को हमला कर मार डाला. अधिकारियों ने बताया कि घटना सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे के रिखणीखाल ब्लॉक के कोटा गांव में हुई जहां रक्षाबंधन के मौके पर अपनी मां के साथ ननिहाल आए छह वर्षीय आदित्य को घर के आंगन से तेंदुआ उठा कर ले गया.
उन्होंने बताया कि घटना के समय आदित्य खेल रहा था और उसकी मां और नानी भी आंगन में ही मौजूद थीं. आदित्य को तेंदुए को अपने जबड़े में दबाकर ले जाते देख उन्होंने शोर मचाया लेकिन वह जंगल की ओर भाग गया. आदित्य उनेरी गांव का रहने वाला था.
💠देर रात मिला बच्चे का शव
अधिकारियों ने बताया कि काफी खोजबीन के बाद आधी रात को करीब डेढ़ बजे कोटा गांव से करीब एक किलोमीटर दूर जंगल की झाड़ियों में आदित्य का शव बरामद हुआ. उन्होंने बताया कि मंगलवार को कोटद्वार में पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया.
💠पलायन का एक मुख्य कारण है तेंदुए का आतंक
लैंसडाउन के विधायक दिलीप रावत ने पीटीआई से बात करते हुए घटना पर दुख जताया और कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन का एक मुख्य कारण तेंदुए और बाघ का आतंक भी है. उन्होंने कहा कि गैरसैंण में बुधवार से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में वह इस मुद्दे को उठाएंगे और इसका स्थाई समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा.
💠आए दिन बाइक सवारों पर करते हैं हमला
उनेरी गांव के पूर्व प्रधान मानेंद्र सिंह ने बताया कि क्षेत्र में हमेशा तेंदुए का आतंक बना रहता है और आए दिन सड़क पर स्कूटर और मोटरसाइकिल सवारों पर तेंदुए और बाघ झपट्टे मारते रहते हैं. गढ़वाल वन प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि तेंदुए की गतिविधियों को देखते हुए क्षेत्र में आठ कैमरे लगाए गए हैं और इसके साथ ही चार पिंजरे लगाए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए 15 लोगों की टीम तैनात की गई है. उन्होंने बताया कि मृतक बच्चे के परिजनों को तत्काल राहत राशि का तीस प्रतिशत यानि 1,80,000 रु का चेक दे दिया गया है.