Uttrakhand News:उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट, सीएम धामी ने कहा अगले तीन उत्तराखंड की यात्रा करने से बचें पर्यटक

ख़बर शेयर करें -

लगातार बारिश के कारण बाढ़, भूस्खलन और जमीन धंसने जैसी समस्याओं से जूझ रहे उत्तराखंड के अगले तीन दिन काफी परेशानी भरे हो सकते हैं।उत्तराखंड मौसम विभाग ने छह जिलों में शुक्रवार के लिए बारिश का ‘आरेंज’ अलर्ट तथा अगले तीन दिनों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों खासकर पर्यटकों को इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।

🔹24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के दिए निर्देश 

मुख्यमंत्री ने एक टवीट में कहा, “मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के कई जिलों में ‘रेड’ एवं ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है. आप सभी प्रदेशवासियों एवं पर्यटकों से अनुरोध है कि अनावश्यक यात्रा से बचें.” धामी ने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन एवं राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, वह खुद भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर हर परिस्थिति की निगरानी कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें 👉  देश विदेश की ताजा खबरें बृहस्पतिवार 21 नवंबर 2024

🔹12 से 14 अगस्त तक के लिए ‘रेड’ अलर्ट

देहरादून मौसम केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान में टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर जिलों में शुक्रवार के लिए बारिश का ‘ऑरेंज’ अलर्ट तथा अगले तीन दिन 12 से 14 अगस्त तक के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है. मौसम केंद्र ने इस दौरान भारी बारिश तथा गरज के साथ बरसात की चेतावनी जारी करते हुए प्रशासन से जरूरी सावधानी बरतने को कहा है. बता दें कि राज्य में लगातार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस साल भारी और लगातार बारिश के कारण राज्य में भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।

यह भी पढ़ें 👉  Uttrakhand News:गुरिल्ला संगठन के लोगों ने सीएम को भेजा ज्ञापन,दी चेतावनी मांगे पूरी ना होने पर सीएम आवास करेंगे कूच

🔹भारी बारिश के कारण 52 लोग गंवा चुके हैं जान

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, इस मानसून के दौरान विभिन्न घटनाओं में अब तक 52 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 37 अन्य घायल हुए हैं जबकि 19 अन्य लापता हैं. इसके अतिरिक्त, पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त 31 मकानों सहित 1160 मकानों को नुकसान पहुंचा है और बड़ी मात्रा में कृषि भूमि भी बह गयी. राज्य में बारिश के कारण सड़कों और पुलों को भी खासा नुकसान हुआ है।