Uttrakhand News :पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के बेटे के कॉलेज में विजिलेंस टीम ने की छापेमारी

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पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के बेटे के शंकरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में छापेमारी की। इस दौरान विजिलेंस टीम ने मेडिकल कॉलेज में रखे सरकारी जेनरेटर को जब्त कर उसे सहसपुर थाने में जमा कर दिया।

सतर्कता विभाग ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बड़े पैमाने पर हुए वृक्षों के कटान तथा अवैध निर्माण को लेकर जांच के सिलसिले में बुधवार को यहां उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनके पुत्र के स्वामित्व वाले एक मेडिकल कॉलेज और एक पेट्रोल पंप पर छापा मारा।

पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी

💠बेटे के कॉलेज में मारा छापा

💠कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया

💠कॉलेज-पेट्रोल पंप पर छापेमारी

पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में वन मंत्री के रूप में हरक सिंह के कार्यकाल के दौरान कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हजारों पेड़ काट डाले गए थे तथा वहां कथित रूप से अवैध निर्माण किया गया था। सतर्कता विभाग के सूत्रों ने बताया कि छापे यहां शंकरपुर स्थित एक मेडिकल कॉलेज तथा छिद्दरवाला क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर मारे गए। दोनों सपंत्तियां पूर्व मंत्री तथा उनके पुत्र की हैं।

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इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और छापों की निंदा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार द्वारा विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।

💠कांग्रेस ने साधा निशाना

रावत ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। रावत की संपत्तियों पर छापे मारे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, ”जब रावत भाजपा में थे तो उनमें कोई खराबी नहीं थी। लेकिन अब वह कांग्रेस में हैं तो उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।” उन्होंने कहा, ”लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था रखने वाली कोई भी पार्टी विपक्षी नेताओं को परेशान करने की भाजपा की राजनीति का समर्थन नहीं कर सकती।”

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माहरा ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा, पार्टी से जुड़े भ्रष्ट कारोबारियों तथा नेताओं को बचा रही है, दूसरी ओर पूरे देश में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सतर्कता विभाग जैसी एजेंसियों का दुरूपयोग कर देश भर में विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बना रही है।