Uttrakhand Breaking:बिजली करंट से नमामि गंगे प्रोजेक्ट के कई कर्मचारियों समेत 15 की मौत

बीते कुछ दिनों में चमोली में बाढ़ और बारिश का कहर देखा जा रहा है. वहीं बुधवार को जिले में अलकनंदा नदी के तट पर एक बाड़ हादसा हुआ है. जहां ट्रांसफॉर्मर फटने के कारण करंट लगने से 15 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में लोगों की मौत के संबंध में जानकारी चमोली एसपी ने दी। इस घटना में सात लोग घायल हैं, इसमें दो की हालत गंभीर है।
🔹कई लोग इस हादसे में है घायल
भारी बारिश के बाद उत्तराखंड के चमोली, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इसी बीच चमोली में बुधवार को अलकनंदा नदी के किनारे एक ट्रांसफॉर्मर फटने के कारण करीब दस लोगों की मौत हो गई है।चमोली एसपी परमेंद्र दोवल ने इस घटना के संबंध में जानकारी दी है।उन्होंने बताया, “चमोली जिले में अलकनंदा नदी के किनारे ट्रांसफॉर्मर फटने से दस लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोग इस हादसे में घायल हैं।
🔹घायलों का इलाज जारी
एसपी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, “इस हादसे में घायल सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभी इन सभी का इलाज जारी है.” वहीं उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हादसे में चौकी प्रभारी की भी मौत हो गई है। चौकी इंचार्ज बदरीनाथ हाइवे पर तैनात थे. मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सूत्रों की मानें तो चमोली में नमामि गंगे परियोजना के तहत एक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था, इसी दौरान ये हादसा हुआ है।
बता दें कि अलकनंदा नदी हिमालय से निकल कर उत्तराखंड में भागीरथी नदी से आकर मिलती है. अलकनंदा और भागीरथी का संगम देवप्रयाग में है. संगम के बाद इसे गंगा नदी के नाम से जाना जाता है. बीते दिनों अलकनंदा नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद श्रीनगर डैम से पानी छोड़ा गया था. इस वजह से जिलाधिकारी ने देवप्रयाग, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट जारी किया था.