घायलों का कहना है कि क्रेवास में पड़े लोगों का बचना संभव नहीं है..मुंबई के सुनील हलवानी का कहना है कि मैं दो घंटे तक केवास में दबा रहा , केवल मुंह बाहर था..
गुजरात के दीप ठक्कर का कहना है कि मेरे ऊपर तीन डेड बॉडी थी..किसी तरह इंस्ट्रकेटर ने बाहर निकाला