Uttarakhand News:ज्वैलरी शोरूम लूटकांड मामले के मास्टरमांड को पुलिस ने किया गिरफ्तार

देहरादून में रिलायंस ज्वेल्स (रिलायंस शोरूम) में हुई 14 करोड़ की डकैती में शामिल दसवें अपराधी शशांक सिंह उर्फ सोनू को बेउर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। वह लूट सहित अन्य मामलों में पहले से बेउर जेल में बंद था।
🔹जाने मामला
दरअसल राज्य स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति की दून में मौजूदगी के दौरान हथियार बंद बदमाशों ने राजपुर रोड स्थित रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में लूट की घटना को अंजाम दिया था। बदमाश यहां से करीब 14 करोड़ के ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे।
🔹जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा था
जेल से जमानत पर जैस ही बाहर आया देहरादून और बिहार एसटीएफ की संयुक्त टीम ने उसे बेउर के महावीर कालोनी से दबोच लिया। शशांक ही 14 करोड़ की डकैती का मास्टरमाइंड है। देहरादून पुलिस की मानें तो वह जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा था।
🔹कई घटना को दे चुका अंजाम
रिलायंस ज्वेल्स में डकैती के दौरान उसी ने बदमाशों के लिए वाहन और हथियार उपलब्ध कराया था। वह मूल रूप से सहरसा के सिमरी बख्तियापुर स्थित सोनपुर का निवासी है।सोना लूटकांड में पहले से जेल में बंद सुबोध के साथ भी वह कई घटना को अंजाम दे चुका है। दून पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लौट गई।
🔹डकैती कांड में गिरफ्तार किए जा चुके नौ अपराधी
पिछले साल नौ नवंबर को दून में हथियारबंद बदमाशों ने राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेल्स में डकैती डाली थी। वहां के एसएसपी अजय सिंह ने बदमाशों को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाईं और खुद भी अन्य राज्यों में दबिश को गए।
इसके बाद गिरोह के नौ अपराधियों को वैशाली के बिदुपुर निवासी प्रिंस कुमार, विक्रम कुमार कुशवाहा और विशाल कुमार, सीतामढ़ी के बाजपटही निवासी अखिलेश कुमार उर्फ अभिषेक, मुजफ्फरपुर निवासी कुदंन कुमार और आशीष कुमार की गिरफ्तारी हुई थी। वहीं, पटना के फुलवारीशरीफ निवासी मोहम्मद आदिल खान, उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी अकबर, वैशाली के सराय निवासी अमृत कुमार, मुजफ्फरपुर निवासी चंदन कुमार उर्फ सुजीत को भी गिरफ्तार किया गया था।
🔹भागने की फिराक में था आरोपी
पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ में पता चला कि डकैती की योजना शशांक सिंह ने कई राज्यों में करोड़ों की डकैती डालने वाले सुबोध के साथ मिलकर बनाई थी। शशांक बेऊर जेल में बंद था।दून पुलिस की एक टीम उसकी हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। बताया जा रहा है कि आरोपित दो दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था और भागने की फिराक में था।
🔹शशांक की जेल से इंटरनेट के माध्यम से होती थी बात
शशांक की जेल से इंटरनेट के माध्यम से बदमाशों से बात होती थी और उसने अलग-अलग बदमाशों को डकैती डालने के लिए योजनाबद्ध तरीके से टास्क दिए थे। पुलिस के अनुसार, शशांक लंबे समय से जेल में बंद था, लेकिन उसका नेटवर्क काफी मजबूत था।
🔹सुबोध के साथ डाल चुका है करोड़ों की डकैती
पूछताछ में शशांक ने पुलिस को बताया कि उसने सोना लूट और डकैती कांड के आरोपित सुबोध सिंह के साथ मिलकर वर्ष 2016 में बैरकपुर (बंगाल) स्थित मणिपुरम गोल्ड शाप से करीब 28 किलो सोना लूटा।