उत्तराखंड: OROP को लेकर सड़कों पर उतरे पूर्व सैनिक, विसंगतियां दूर नहीं हुईं तो लोकसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार

अल्मोड़ा।अल्मोड़ा में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष सूूबेदार सेवानिवृत्त आनंद बोरा के नेतृत्व में जिले के पूर्व सैनिक नगर के चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ओआरओपी-दो के लिए सरकार ने 23 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए लेकिन 97 प्रतिशत पूर्व सैनिकों को इससे कुछ भी हासिल नहीं हुआ। सेना से निर्धारित सेवा पूरी करने वाले जेसीओ को प्रीमैच्योर बताकर उन्हें लाभ से वंचित किया गया है जो उनके हितों की अनदेखी है।
लम्बे समय के मांग के बावजूद भी सरकार नही दे रही ध्यान
वक्ताओं ने कहा कि यूरोपीय देशों में मिलिट्री सर्विस पे एक समान है। वहीं भारत में इसमें खासा अंतर है जो सही नहीं है। जेसीओ और जवान के शहीद होने पर उसके परिवार को बराबर का दर्जा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डिसेबिलिटी पेंशन को बराबर किया जाना चाहिए। वीरांगनाओं की पेंशन बढ़ाने के लिए आज तक बनाई गईं सभी कमेटियों में किसी भी जेसीओ और जवान को शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में विधवा पेंशन में भारी असमानता है। इन सभी विसंगतियों को दूर करने की पूर्व सैनिक लंबे समय से मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके इस पर सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है।
चुनाव के बहिष्कार की दी चेतावनी
इसके बाद पूर्व सैनिकों ने नगर में जुलूस निकालते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
प्रदर्शन में यह लोग रहे मौजूद
प्रदर्शन करने वालों में संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हयात सिंह गैड़ा, उपाध्यक्ष हरीश सिंह बिष्ट, महामंत्री त्रिलोक सिंह, मंत्री शेर सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष विनोद गिरी, मीडिया प्रभारी प्रकाश बोरा, नगर अध्यक्ष केशव दत्त पांडे सहित कई पूर्व सैनिक मौजूद रहे।