एसएसजे यूनिवर्सिटी के संकाय भवन पर हंगामा,कला संकाय के छात्रों ने दृष्यकला संकाय के छात्रों पर जबरन तालाबंदी का लगाया आरोप

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अल्मोड़ा। एसएसजे परिसर में दृष्यकला और कला संकाय विभाग भवन के मुख्य द्वार पर लटके ताले को लेकर परिसर में जमकर हंगामा हुआ। कला संकाय के छात्रों ने दृष्यकला संकाय के छात्रों पर जबरन तालाबंदी का आरोप लगाया जबकि दृष्यकला संकाय के छात्र विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। 

इस दौरान पूरे दिन पढ़ाई बाधित रही। साथ ही परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। 

दरअसल, एसएसजे परिसर में दृष्यकला और कला संकाय एक ही भवन में संचालित होते हैं। सोमवार को दृष्यकला संकाय के विद्यार्थियों ने एलटी परीक्षा बहाल करने की मांग और बीएड की पात्रता अनिवार्य करने के खिलाफ आक्रोश जताते हुए भवन के मुख्य द्वार पर ताला लटका दिया और धरना देने चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क पहुंच गए। 

कुछ देर बाद पढ़ाई करने परिसर पहुंचे कला संकाय के छात्र मुख्य द्वार में ताला लटका देख भड़क गए और उन्होंने छात्र नेता आशीष जोशी के नेतृत्व में जमकर हंगामा किया। विद्यार्थियों ने कहा कि संकाय भवन में ताला लटकाना गलत है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 

इसके बाद कला संकाय के विद्यार्थी कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट के पास पहुंचे और उनका घेराव किया। इसके बाद कुलपति मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया। इस दौरान कला संकाय के राज जोशी, भूप्पी कोरंगा, सोनी जोशी, गरिमा जोशी, सौरभ तिवारी, रजनी टम्टा, शोभा, भावना आदि मौजूद थे। 

 

इसके बाद कला संकाय के विद्यार्थी कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट के पास पहुंचे और उनका घेराव किया। इसके बाद कुलपति मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाया। इस दौरान कला संकाय के राज जोशी, भूप्पी कोरंगा, सोनी जोशी, गरिमा जोशी, सौरभ तिवारी, रजनी टम्टा, शोभा, भावना आदि मौजूद थे। 

गांधी पार्क में धरने पर बैठे दृष्यकला संकाय के विद्यार्थी 

एसएसजे परिसर के दृष्यकला संकाय के विद्यार्थी चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क पहुंचे और धरना दिया। उन्होंने स्नातक और स्नातकोत्तर में बीएड की अनिवार्यता समाप्त करने, एलटी परीक्षा बहाल करने की मांग को लेकर एसडीएम के माध्यम से उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। कहा कि वर्ष 2018 से दृष्यकला की एलटी परीक्षा नहीं हो रही है। ऐसे में वह भविष्य को लेकर चिंतित हैं। इसे बहाल करने की मांग कई बार की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान पूजा बिष्ट, हिमांशु, तरुन शर्मा, भाष्कर भौर्याल, पूजा जोशी, साक्षी पाल, आयुषी कपकोटी, दिव्या बिष्ट, अंजलि कश्यप, शीतल कार्की, राहुल जोशी, नेहा बिष्ट आदि मौजूद थे।

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