बागेश्वर धाम प्रमुख के प्रवचन सुनाने नहीं ले गया पति तो नाराज पत्नी ने फंदा लगा कर देदी जान

जबलपुर:जबलपुर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है । यहां एक महिला को उसका पति बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रवचन सुनाने नहीं ले गया तो उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।उसने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
लड़की वालों ने लगाए आरोप
पड़ोसियों ने महिला के शव को कमरे में लटकते देखा तो उनके होश उड़ गए। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को जब्त कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मृत महिला के पति के बयान ले लिए हैं।मृतिका के मायके वालों ने भी उसके पति और ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
मायके वालों के आरोपों की जाएगी जाँच
आधारताल थाना एसआई अनिल कुमार ने बताया कि 27 मार्च को सुनील चौधरी ने सूचना दी कि उसकी पत्नी पल्लवी चौधरी ने आत्महत्या कर ली है।सूचना मिलते ही पुलिस फौरन कंचनपुर इलाके में पहुंची।यहां पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।इस मामले में किसी तरह का कोई दूसरा तथ्य सामने नहीं आया है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। मृतका के मायके वालों ने जो आरोप लगाया है, उसकी विधिवत जांच की जाएगी।
महिला को था पंडित धीरेंद्र पर भरोसा
पल्लवी की मौत के बाद उसका परिवार मातम में डूबा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, सुनील चौधरी की शादी 14 साल पहले पल्लवी के साथ हुई थी। वे अपनी पत्नी, दो बच्चों और मां के साथ रहते हैं. बुजुर्ग मां गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है।सुनील किसी तरह परिवार चलाते हैं। वे दो बच्चों को पढ़ा रहे हैं और अपनी बीमार मां का इलाज करवा रहे हैं।सुनील की पत्नी पल्लवी चौधरी बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री की भक्त थीं।वे उनके प्रवचन सुना करती थीं।महिला को परिवार की खुशहाली के लिए भगवान से ज्यादा बागेश्वर प्रमुख पर भरोसा था।
पति ने बताई सुसाइड की वजह
सुनील ने बताया कि पल्लवी पंडित धीरेंद्र के दर्शन करने और उनसे मिलने पनागर जाना चाहती थी।27 मार्च को उसने मुझसे जिद की थी कि उसे पनागर में होने वाली भागवत कथा के दिव्य दरबार में जाना है।लेकिन, मैं उसी दिन बीमार मां का इलाज करवाने उन्हें अस्पताल लेकर चला गया।डॉक्टर के न मिलने की वजह से अस्पताल से आने में देर हो गई।घर में दरबार में जाने के लिए पल्लवी तैयार बैठी थी।उसने घर आने की वजह जाने बिना ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।