बागेश्वर कत्यूर घाटी में मनरेगा रोजगार गारंटी व्यवस्था चरमराई,लोगों ने कहा महीनों से नहीं मिला काम
गरूड़ तहसील के पिंगलो न्याय पंचायत के गांवों में मनरेगा रोजगार गारंटी तहत व्यवस्था चरमरा गयी है, पिंगलो न्याय पंचायत के अधिकतर गांवों में मनरेगा के कार्य कागजों में हो रहें हैं, स्थानीय ग्रामीणों के केवल मनरेगा रोजगार गारंटी के जोब कार्ड बनते हैं, मनरेगा का सारा कार्य नैपाल मूल के नागरिकों से कराया जाता हैं, कोरोना काल में आये प्रवासीयो के लिए भी गाँव में मनरेगा रोजगार गारंटी के तहत काम नही हैं, अभी तक प्रवासी मजदूरों कि जिंन्दगी पटरी मे नही लौट पायी हैं, ग्रामीणों कि आजीविका का साधन पशुपालन, और खेती बाड़ी हैं, जंगली जानवरों के आतंक से खेतीबाड़ी भी चौपट हैं,
बागेश्वर जिले के कत्यूर घाटी के गांवों में मनरेगा के तहत किये जा रहें कार्यो में शून्यता हैं, जितना भी बजट गांवों में पहुंचता हैं, ग्राम प्रधानों कि उदासीनता के कारण बजट खप नही पा रहा हैं,